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एससीओ की बैठक में चीनी उपराष्ट्रपति से बोले एस जयशंकर- कैलाश मानसरोवर यात्रा की बहाली की भारत में व्यापक रूप से की जा रही है सराहना

नई दिल्ली। एससीओ के विदेश मंत्रियों की बैठक में भाग लेने के लिए भारतीय विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर चीन दौरे पर हैं। इस यात्रा के दौरान विदेश मंत्री ने चीन के उपराष्ट्रपति हान झेंग से बीजिंग में मुलाकात की। इस मुलाकात में डॉ. एस जयशंकर ने कहा कि कैलाश मानसरोवर यात्रा की बहाली की भारत में जमकर सराहना हुई है। इसके साथ ही विदेश मंत्री ने एससीओ की अध्यक्षता के लिए चीन का समर्थन किया।
हमारे बीच विचारों का आदान-प्रदान बेहद अहम
बता दें कि विदेश मंत्री ने एस जयशंकर कहा कि हमने अपने राजनयिक संबंधों की स्थापना की 75वीं वर्षगांठ मनाई है। हमारे संबंधों के निरंतर बेहतर होने से पारस्परिक रूप से लाभकारी परिणाम मिल सकते हैं। जयशंकर ने कहा कि जब हमारी मुलाकात हो रही है तो उस वक्त वैश्विक हालात बेहद जटिल बने हुए हैं। बतौर पड़ोसी देश और बड़ी अर्थव्यवस्थाएं होने के नाते हमारे बीच विचारों का आदान-प्रदान बेहद अहम है। वहीं उन्होंने आगे कहा कि पीएम मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच कजान में हुई बैठक के बाद से दोनों देशों के संबंधों में सुधार हो रहा है।
हमारे द्विपक्षीय संबंधों में लगातार सुधार हो रहा है
उन्होंने कहा कि भारत, शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) में चीन की सफल अध्यक्षता का समर्थन करता है। पिछले अक्तूबर में कजान में पीएम मोदी और राष्ट्रपति जिनपिंग के बीच हुई बैठक के बाद से हमारे द्विपक्षीय संबंधों में लगातार सुधार हो रहा है। मुझे विश्वास है कि इस यात्रा में मेरी चर्चाएं इसी सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ेंगी।
छह साल के बाद फिर से यात्रा शुरू हुई
बता दें कि कोरोना महामारी के बाद से ही कैलाश मानसरोवर की यात्रा बंद थी हालांकि अब छह साल के बाद फिर से यात्रा शुरू हुई है। यह यात्रा साल 1981 से जारी है। लेकिन कोरोना महामारी, गलवान घाटी में हुए संघर्ष और 2020 से लेकर 2024 तक भारत चीन के बीच एलएसी पर तनाव की वजह से कैलाश मानसरोवर यात्रा बंद हो गई थी। अब भारत और चीन के संबंध फिर से सुधर रहे हैं। जिसके बाद इस साल फिर यह यात्रा शुरू हुई। जून से अगस्त के बीच करीब 750 तीर्थयात्री तिब्बत में कैलाश मानसरोवर की यात्रा करेंगे। यह यात्रा हिंदुओं, जैनियों और बौद्ध समुदाय के लोगों के लिए काफी अहम धार्मिक यात्रा मानी जाती है।