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SBI Report: आरबीआई इस साल ब्याज दर में कर सकता है बड़ी कटौती, एसबीआई की रिपोर्ट में किए गए ये दावे

Varta24Bureau
5 May 2025 7:03 PM IST
SBI Report: आरबीआई इस साल ब्याज दर में कर सकता है बड़ी कटौती, एसबीआई की रिपोर्ट में किए गए ये दावे
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आरबीआई इस साल कुल 125 से 150 बेसिस प्वाइंट्स यानी 1.25% से 1.5% तक की कटौती कर सकता है। इसकी वजह है कि देश में महंगाई दर लगातार कम हो रही है।

नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) वित्त वर्ष 2025-26 में ब्याज दरों में बड़ी कटौती कर सकता है। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) की एक रिपोर्ट के अनुसार, आरबीआई इस साल कुल 125 से 150 बेसिस प्वाइंट्स यानी 1.25% से 1.5% तक की कटौती कर सकता है। इसकी वजह है कि देश में महंगाई दर लगातार कम हो रही है।

इस रिपोर्ट में कहा गया है कि आरबीआई को एक बार में बड़ा कदम उठाना चाहिए। एसबीआई के मुताबिक इसके लिए धीरे-धीरे 25 बेसिस प्वाइंट्स (0.25%) की छोटी-छोटी कटौतियां करने के बजाए 50 बेसिस प्वाइंट्स (0.50%) की बड़ी कटौती ज्यादा असरदार होगी।

महंगाई में बड़ी गिरावट

मार्च 2025 में देश का खुदरा महंगाई दर (CPI) महज 3.34% था। पिछले 67 महीनों में इसका न्यूनतम स्तर है। खासकर खाने-पीने की चोजों की कीमतों में भारी गिरावट आई है, जिससे महंगाई कम हुई है। रिपोर्ट के मुताबिक, वित्त वर्ष 2025–2026 में महंगाई दर औसतन 4% से भी कम रह सकती है। साल की पहली तिमाही (अप्रैल से जून 2025) में यह 3% से भी कम हो सकता है। वर्तमान परिस्थिति में रिजर्व बैंक को ब्याज दरों को कम करने का अच्छा अवसर मिलता है।

ब्याज दर में हो सकती है इतनी कटौती

एसबीआई की इस रिपोर्ट के अनुसार, रिजर्व बैंक मार्च 2026 तक 125-150 बेसिस प्वाइंट्स की कटौती कर सकता है। इसके अनुसार, जून और अगस्त 2025 में 75 बेसिस प्वाइंट्स कटौती हो सकतीह है। वहीं, अक्टूबर 2025 से मार्च 2026 के बीच, 50 बेसिस प्वाइंट्स की और कटौती हो सकती है। जबकि रिजर्व बैंक ने फरवरी 2025 में 25 बेसिस प्वाइंट्स कटौती कर दी थी। यदि यह सब होता है, तो मार्च 2026 तक रेपो रेट लगभग 5% से 5.25% हो जाएगा।

एसबीआई का कहना है कि 50 बेसिस प्वाइंट्स की एक बार में कटौती अधिक प्रभावी होगी। इससे बाजार में विश्वास बढ़ेगा और कर्ज सस्ता होगा। उद्योगों और आम आदमी दोनों इससे लाभ उठाएंगे। 25 प्वाइंट्स की छोटी-छोटी कटौतियों का असर बहुत देर से दिखता है। इस रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि इस साल भारतीय रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 85 से 87 के दायरे में स्थिर रहेगा। यानी विदेशी मुद्रा बाजार में भी अधिक वृद्धि की उम्मीद नहीं है।

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