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Shubhanshu Shukla: अभी एक महीना दूर है शुभांशु की स्वदेश वापसी! जानें क्या-क्या किए वैज्ञानिक प्रयोग

Aryan
16 July 2025 1:37 PM IST
Shubhanshu Shukla: अभी एक महीना दूर है शुभांशु की स्वदेश वापसी! जानें क्या-क्या किए वैज्ञानिक प्रयोग
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स्टेम सेल से जुड़े शोध के द्वारा कैंसर के इलाज में लाभ मिलेगा

नई दिल्ली। ISS पर 18 दिन बिताने के बाद शुभांशु शुक्ला पृथ्वी पर लौट आए हैं। शुभांशु और एक्सिओम-4 मिशन के तीन अन्य अंतरिक्ष यात्री भारतीय समयानुसार दोपहर 3:01 बजे प्रशांत महासागर में कैलिफोर्निया के सैन डिएगो तट पर उतरे। लेकिन उनके स्वदेश लौटने में अभी एक माह का समय बांकी है।

केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह का कहना

केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह के मुताबिक मिशन के बाद बांकी सभी औपचारिकताओं को पूरा करने के बाद शुभांशु अगले महीने 17 अगस्त तक भारत आएंगे। इसमें कुछ विशेष मानक प्रक्रियाओं का पालन करना जरूरी होता है। जैसे पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण के अनुरूप ढलना तथा इसरो की टीम के साथ शुभांशु की बैठक आदि इनमें शामिल हैं।

शुभांशु ने 7 वैज्ञानिक प्रयोग किया

इस मिशन के दौरान शुभांशु ने कई वैज्ञानिक प्रयोग किए, जिसने भारत के साथ ही वैश्विक अंतरिक्ष अनुसंधान समुदाय के लिए नई गति दिया। शुभांशु ने जो प्रयोग किए उनमें माइक्रो ग्रैविटी अहम था, साइनोबैक्टीरिया समेत कुल सात प्रयोग किए। शोध का विषय में सूक्ष्म शैवाल और स्टेम सेल के अनुसंधान भी शामिल थे। नासा के अनुसार, अंतरिक्ष में मानव शरीर की प्रतिक्रियाएं, कोशिकाओं की जैविक क्रिया और स्वचालित स्वास्थ्य निगरानी जैसे क्षेत्रों से जुड़े प्रयोग भविष्य में चंद्रमा, मंगल और लंबे स्पेस अभियानों के लिए नींव तैयार कर सकते हैं। स्टेम सेल से जुड़े शोध के द्वारा कैंसर के इलाज में लाभ मिलेगा।


शुभांशु व अन्य तीन अंतरिक्ष यात्री मुस्कुराते हुए उतरे

शुभांशु और एक्सिओम-4 मिशन के तीन अन्य अंतरिक्ष यात्री भारतीय समयानुसार दोपहर 3:01 बजे प्रशांत महासागर में कैलिफोर्निया के सैन डिएगो तट पर उतरे। 28 हजार किमी प्रति घंटे से अधिक की गति से यात्रा करते हुए ड्रैगन अंतरिक्ष यान प्रशांत महासागर में उतरने से पहले तेज गरमी का सामना किया फिर धीरे-धीरे गति को कम किया उसके बाद पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश किया और अंत में प्रशांत महासागर में गिरा। इसके कुछ ही मिनट बाद, ड्रैगन अंतरिक्ष यान को स्पेसएक्स के रिकवरी शिप शैनन के ऊपर ले जाया गया, जहां शुभांशु व अन्य तीन अंतरिक्ष यात्री मुस्कुराते हुए और कैमरों की ओर हाथ हिलाते हुए अंतरिक्ष यान से बाहर निकले।

चिकित्सीय जांच हुई

एक्सिओम-4 के चालक दल को हेलिकॉप्टर से तट पर भेजने से पहले जहाज पर सबकी चिकित्सीय जांच की गई। चारों अंतरिक्ष यात्रियों को पृथ्वी पर

अभी 7 दिनों तक अलग रहना होगा।

ये मिशन टेक्सास स्थित एक्सिओम स्पेस का स्पेसएक्स सहयोगी का चौथा आईएसएस मिशन था। स्पेसएक्स एलन मस्क का निजी रॉकेट उद्यम है, जिसका मुख्यालय लॉस एंजिल्स के पास है।



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