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सोनम वांगचुक की पत्नी बोलीं – पाकिस्तान यात्रा पेशेवर थी, वहां भी पीएम मोदी की तारीफ की थी

DeskNoida
29 Sept 2025 1:00 AM IST
सोनम वांगचुक की पत्नी बोलीं – पाकिस्तान यात्रा पेशेवर थी, वहां भी पीएम मोदी की तारीफ की थी
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उन्होंने आरोपों को खारिज करते हुए बताया कि इस दौरान भी उनके पति ने मंच से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ की थी।

लद्दाख के जलवायु कार्यकर्ता सोनम वांगचुक की पाकिस्तान यात्रा को लेकर उठे सवालों पर उनकी पत्नी गीतांजलि अंगमो ने सफाई दी है। अंगमो ने कहा कि यह यात्रा पूरी तरह पेशेवर और जलवायु परिवर्तन पर केंद्रित थी। उन्होंने आरोपों को खारिज करते हुए बताया कि इस दौरान भी उनके पति ने मंच से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ की थी।

अंगमो ने कहा कि वे संयुक्त राष्ट्र और ‘डॉन मीडिया’ द्वारा आयोजित सम्मेलन में शामिल होने पाकिस्तान गए थे, जहां जलवायु परिवर्तन पर बहुपक्षीय सहयोग की बात हुई। उन्होंने कहा कि हिमालय के ग्लेशियर किसी देश की सीमा नहीं देखते, इसलिए इस मुद्दे पर सभी देशों का मिलकर काम करना जरूरी है।

उन्होंने सोनम वांगचुक पर लगे वित्तीय अनियमितताओं और विदेशी फंडिंग के आरोपों को भी सिरे से नकार दिया। अंगमो ने स्पष्ट किया कि हिमालयन इंस्टीट्यूट ऑफ अल्टरनेटिव लर्निंग (एचआईएएल) विदेशी चंदा नहीं लेता बल्कि अपनी तकनीकों के लिए परामर्श समझौतों के आधार पर भुगतान प्राप्त करता है। उन्होंने कहा कि एचआईएएल अपने 400 छात्रों से कोई शुल्क नहीं लेता और नवाचारों से होने वाली आय से खर्च पूरा करता है।

सुरक्षा बलों पर सवाल

गीतांजलि अंगमो ने 24 सितंबर को हुए हिंसक प्रदर्शन पर कहा कि हालात बिगड़ने की वजह सीआरपीएफ का एक्शन था। उन्होंने पूछा कि सुरक्षा बलों को गोली चलाने की अनुमति किसने दी। उन्होंने दावा किया कि सोनम वांगचुक लंबे समय से गांधीवादी तरीके से आंदोलन कर रहे हैं और उनके भाषण को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है।

पाकिस्तान लिंक पर सफाई

अंगमो ने बताया कि फरवरी में आयोजित ‘ब्रीद पाकिस्तान’ सम्मेलन संयुक्त राष्ट्र पाकिस्तान और डॉन मीडिया द्वारा किया गया था, जिसमें उनके पति आमंत्रित वक्ता थे। उन्होंने कहा कि वांगचुक की सभी विदेश यात्राएं विश्वविद्यालयों और प्रतिष्ठित संस्थानों के निमंत्रण पर होती रही हैं।

हिरासत और जांच

गौरतलब है कि पिछले दिनों पुलिस ने वांगचुक को राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) के तहत हिरासत में ले लिया है। यह कार्रवाई लद्दाख को राज्य का दर्जा और संविधान की छठी अनुसूची में शामिल करने की मांग को लेकर हुए विरोध प्रदर्शन के हिंसक होने के बाद की गई। इस प्रदर्शन में चार लोगों की मौत और 90 लोग घायल हुए थे। वर्तमान में वांगचुक को राजस्थान के जोधपुर जेल में रखा गया है।

लद्दाख पुलिस प्रमुख ने यह भी कहा था कि वांगचुक की कुछ विदेश यात्राओं और पाकिस्तान से जुड़े संपर्कों की जांच चल रही है। इससे पहले एक पाकिस्तानी जासूस गिरफ्तार हुआ था जिसने वांगचुक के प्रदर्शनों के वीडियो सीमा पार भेजे थे।

संस्थान पर उठे सवाल

अंगमो ने यह भी कहा कि एचआईएएल की जमीन का पट्टा और यूजीसी पंजीकरण जैसे मामले प्रशासनिक जटिलताओं के कारण अटके हुए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र शासित प्रदेश प्रशासन ने संस्थान की श्रेणी स्पष्ट नहीं की है, जबकि सरकारी विश्वविद्यालय सिंधु सेंट्रल यूनिवर्सिटी के पास अब तक अपनी इमारत भी नहीं है।

अंगमो ने कहा कि वे कानूनी लड़ाई लड़ेंगी और जल्द ही अपने पति से मुलाकात के लिए भी प्रयास करेंगी।

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