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अजीबो-गरीब: हिमाचल का एक ऐसा गांव जहां महिलाएं 5 दिनों तक नहीं पहनती हैं कपड़े, इन दिनों में पुरुषों को माननी पड़ती हैं यह शर्तें...

Shilpi Narayan
18 Aug 2025 4:53 PM IST
अजीबो-गरीब: हिमाचल का एक ऐसा गांव जहां महिलाएं 5 दिनों तक नहीं पहनती हैं कपड़े, इन दिनों में पुरुषों को माननी पड़ती हैं यह शर्तें...
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हिमाचल प्रदेश की गोद में बसा पिणी गांव सदियों से अपनी अनूठी परंपराओं के लिए जाना जाता है। इन परंपराओं में से एक सबसे आश्चर्यजनक और चर्चित परंपरा है कि इस गांव की महिलाएं कुछ खास अवसरों पर कपड़े नहीं पहनती हैं। यह परंपरा सदियों से चली आ रही है और आज भी इसका पालन किया जाता है। यहां सावन के महीने में पांच दिनों तक महिलाएं कपड़े नहीं पहनती हैं, बल्कि ऊन से बने एक पटके का इस्तेमाल करके अपना शरीर ढकती हैं।

इस परंपरा के पीछे कई कहानियां हैं

बता दें कि पिणी गांव हिमाचल प्रदेश में बसा एक बेहद खूबसूरत गांव है। यहां आपको कई ऐसे रीति-रिवाजों के बारे में सुनने को मिलेगा, जिनके बारे में आपने शायद ही कभी पहले सुना हो। इन्हीं में ये कपड़े न पहनने वाली परंपरा शामिल है। वहीं ऐसा माना जाता है कि जो महिला इस परंपरा का पालन नहीं करती है, उसके परिवार में कोई दुर्घटना हो जाती है। इसलिए आज भी महिलाएं इस परंपरा का पालन कर रही हैं। दरअसल, इस परंपरा के पीछे कई कहानियां हैं। इनमें कुछ कहानियां देवी-देवताओं से जुड़ी है जबकि कुछ मानते हैं कि यह परंपरा प्रकृति के साथ एकता स्थापित करने से जुड़ी है।

पुरुषों के लिए है यह नियम

इस त्योहार में पुरुषों को भी कुछ नियमों का पालन करना पड़ता है। इस दौरान वो मांस-मछली या शराब का सेवन नहीं कर सकते। यहां के लोग इस त्योहार को काफी पवित्र मानते हैं और इसलिए इन पांच दिनों में किसी बाहर वाले का गांव में प्रवेश करना भी वर्जित है

इस परंपरा से जुड़ी एक कहानी है

दरअसल, इस परंपरा से जुड़ी एक कहानी है कि इस समय में इस गांव में एक राक्षस का आतंक था, जो सजी-धजी महिलाओं को उठाकर ले जाता था। तब इसके जुल्म से परेशान होकर यहां के देवता ने उस राक्षस का वध किया था। तभी से इस परंपरा की शुरुआत हुई और इस दौरान पांच दिनों तक महिलाएं कपड़े नहीं पहनतीं। हालांकि, अब इस गांव की हर महिला इस परंपरा का पालन नहीं करती। इस दौरान वो पूरी तरह से कपड़े त्यागने की जगह पतला कपड़ा पहनती हैं, लेकिन जो महिला इस परंपरा का पालन करना चाहती है, वो इन पांच दिनों तक घर के अंदर ही रहती है, बाहर नहीं निकलती और न ही किसी से मिलती है। इस दौरान पति-पत्नी भी एक-दूसरे से नहीं मिलते, न एक-दूसरे से बात करते हैं।

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