Begin typing your search above and press return to search.
मुख्य समाचार

सरकार के 'हम दो हमारे दो' की उड़ी धज्जियां! 55 साल की उम्र में महिला ने 17 वें बच्चे को दिया जन्म, पढ़ें इस महिला की कहानी...

Shilpi Narayan
27 Aug 2025 1:17 PM IST
सरकार के हम दो हमारे दो की उड़ी धज्जियां! 55 साल की उम्र में महिला ने 17 वें बच्चे को दिया जन्म, पढ़ें इस महिला की कहानी...
x

उदयपुर। देश में बढ़ती जनसंख्या पर सरकार पहले ही नारा लगा चुकी है हम दो हमारे दो लेकिन इसके बावजूद भी कई बार चौंकाने वाली खबरें सामने आती हैं। जहां एक तरफ आज के समय में अधिकतर लोग एक से दो बच्चे पैदा कर रहे हैं तो वहीं राजस्थान के उदयपुर जिले के झाड़ोल क्षेत्र से एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने सरकार के लाए सभी नियम और कानून का पोल खोल चुकी है। दरअसल, एक महिला ने 55 साल की उम्र में अपने 17 वें बच्चे को जन्म दी है।

महिला के पांच बच्चे हैं शादीशुदा

बता दें कि आदिवासी अंचल में रहने वाली 55 वर्षीय रेखा कालबेलिया ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में अपनी 17वीं संतान को जन्म दिया है। यह घटना उस समय चर्चा में आई जब अस्पताल स्टाफ को पहले बताया गया कि यह उनकी चौथी संतान है, लेकिन बाद में सच्चाई सामने आने पर सभी हैरान रह गए। रेखा के अब तक 17 बच्चे हो चुके हैं, जिनमें से 5 (चार बेटे और एक बेटी) की मौत जन्म के कुछ समय बाद हो गई थी। उनके पांच बच्चे अब शादीशुदा हैं और उनके खुद के भी बच्चे हैं।

मालिकाना हक के अभाव में वे आज भी बेघर हैं

दरअसल, रेखा के पति कवरा कालबेलिया ने बताया कि उनके पास अपना मकान नहीं है और वे भंगार बीनकर किसी तरह जीवन यापन कर रहे हैं। वहीं बच्चों का पालन-पोषण करने के लिए उन्हें साहूकार से 20% ब्याज पर कर्ज लेना पड़ा, जिसमें लाखों रुपये चुका देने के बावजूद अब तक पूरा ब्याज नहीं चुका पाए हैं। शिक्षा और आवास जैसी मूलभूत सुविधाओं से वंचित यह परिवार अब भी सरकारी योजनाओं के लाभ से पूरी तरह जुड़ नहीं सका है। पीएम आवास योजना के तहत उन्हें मकान आवंटित तो हुआ था, लेकिन जमीन के मालिकाना हक के अभाव में वे आज भी बेघर हैं। उनके बच्चे स्कूल तक नहीं जा सके।

पति को नसबंदी की प्रक्रिया के बारे में समझाया जाएगा

झाड़ोल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के स्त्री रोग विशेषज्ञ का कहना है कि अब रेखा और उनके पति को नसबंदी की प्रक्रिया के बारे में समझाया जाएगा, ताकि भविष्य में ऐसी स्थिति से बचा जा सके। हालांकि इस घटना से यह पता चलता है कि लोगों के अंदर अभी भी जागरुकता की कमी है।

Next Story