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AI का बढ़ता दबदबा! इन तीन सेक्टरों पर मंडराया छंटनी का खतरा, रिपोर्ट में खुलासा

नई दिल्ली। देश और दुनिया में तेजी से AI का दबदबा बढ़ रहा है। आईटी कंपनियों से लेकर हॉस्पिटैलिटी सेक्टर में भी एआई का इस्तेमाल हो रहा है। इसी कड़ी में हाल ही में गूगल, माइक्रोसॉफ्ट और टीसीएस जैसी दिग्गज कंपनियों ने हजारों कर्मचारियों की छंटनी कर दी। इससे जाहिर होता है कि आने वाले समय में नौकरियों का परिदृश्य बदलने वाला है। आइए जानते हैं किन सेक्टरों की नौकरियों पर इसका सबसे अधिक असर होगा।
इन सेक्टर पर होगा AI का असर
जानकारी के मुताबिक, एआई के प्रभाव को लेकर चौंकाने वाले आंकड़े आए हैं। कंसल्टिंग एजेंसी EY ने अपनी एक रिपोर्ट के मुताबिक अनुमान लगाया है कि भारत में आने वाले 5 वर्षों में लगभग चार करोड़ नौकरियां पूरी तरह से बदल जाएंगी। इससे साफ है कि वर्तमान में जो काम आप अभी कर रहे हैं, भविष्य में वही काम अलग तरीके से किया जाएगा। रिपोर्ट के मुताबिक, इन तीन सेक्टर रिटेल, फाइनेंस और आईटी पर एआई का असर सबसे अधिक होगा।
कस्टमर केयर पर भी असर
हालांकि कई अध्ययनों से पता चलता है कि सबसे पहले और सबसे अधिक खतरा कॉल सेंटर यानी कस्टमर केयर सेक्टर पर पड़ने वाला है। पहले ग्राहक सेवा प्रतिनिधि कॉल पर सहायता देते थे, लेकिन अब उनकी जगह चैटबॉट और एआई-संचालित सिस्टम ने ले लिया है। कई कंपनियां तेजी से एआई को प्रशिक्षित कर उसे ग्राहक सहायता की जिम्मेदारी सौंप दे रही है।
डेटा इंट्री में हो सकती है छंटनी
कस्टमर केयर के बाद डेटा एंट्री ऑपरेटर की नौकरी पर खतरा मंडरा रहा है। केवाईसी वेरिफिकेशन, अकाउंटिंग क्लर्क और बेसिक डेटा एंट्री जैसे काम अब एआई से आसानी से हो रहे हैं। कंप्यूटर खुद डेटा को पहचानकर प्रोसेस करने लगा है।
अनुवादक की नौकरी भी निशाने पर
तीसरी अनुवाद की नौकरी जोखिम में है। पत्रकारिता से जुड़े कई क्षेत्रों में पहले अनुवादकों और बेसिक राइटिंग करने वालों की मांग थी, लेकिन अब एआई टूल्स आसानी से ठीक लेखन और ट्रांसलेशन कर पा रहे हैं।




