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दुनिया का इकलौता ऐसा मंदिर जहां मां की गोद में सो रही हैं राधारानी! आप भी करें दर्शन, जानें क्या है नाम

बरसाना। भारत में श्रीकृष्ण और राधा रानी के अनेक मंदिर है। मगर बरसाना के खूबसूरत शहर में कीर्ति मंदिर नामक एक सुंदर मंदिर है। यह मंदिर श्री राधा रानी की माता कीर्ति मैया को समर्पित है। कीर्ति मंदिर की आधारशिला जगदगुरु कृपालु महाराज ने वर्ष 2006 में रखी थी। मंदिर के गुंबद में 25 स्वर्ण कलश लगाए हैं। इस मंदिर का निर्माण 12 साल में 500 मजदूरों द्वारा किया गया है। मंदिर की छत पर इटेलियन मार्बल लगा हुआ है। मंदिर 10 फरवरी, 2019 को बसंत पंचमी के त्यौहार के अवसर पर खुला। कीर्ति मंदिर विशेष है क्योंकि यह दुनिया का एकमात्र मंदिर है जिसमें राधा रानी को अपनी मां कीर्ति की गोद में बैठे हुए दिखाया गया है। यह मूर्ति मां और बेटी के बीच प्रेम का प्रतीक है।
समर्पित- यह मंदिर राधा रानी को समर्पित है और माना जाता है कि यह उस स्थान पर स्थित है जहां राधा रानी ने अपना बचपन बिताया था।
महत्व- कीर्ति मंदिर बरसाना का एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है और यहां हर साल बड़ी संख्या में भक्त दर्शन के लिए आते हैं।
वास्तुकला- मंदिर का निर्माण पत्थरों से किया गया है और इसकी वास्तुकला बहुत ही सुंदर है।
प्रबंधन- वर्तमान में, मंदिर का प्रबंधन जगद्गुरु कृपालु परिषद द्वारा किया जाता है।
कीर्ति मंदिर की खास बात
कीर्ति मंदिर बरसाने का एक खास मंदिर है जो देवी राधा और उनकी मां को समर्पित है वैसे ब्रज में आपको राधा रानी के कई मंदिर मिल जाएंगे। लेकिन, रंगीली महल के पास कीर्ति मंदिर लोगों को कई कारणों सेअपनी तरफ आकर्षित करता है। इस मंदिर का नाम कीर्ति देवी राधा की माता के नाम पर है।
कीर्ति मंदिर दुनिया का ऐसा एकलौता मंदिर है जहां राधा रानी मां की गोद में है। मंदिर के गर्भगृह के दरवाजे के दोनों तरफ अष्ट सखियां लाडलीजी को निहारती नजर आएंगी। यहां आपको विभिन्न क्षाकियां भी देखने को मिलेंगी। राधा रानी को झूला झुलाते श्रीकृष्ण की झांकी बरबस ही पर्यटकों को आकर्षित करती हैं। सखियों के साथ रासलीला करते राधा कृष्ण की झांकी पर्यटकों का मन मोह लेती है।
बरसाना के कीर्ति मंदिर में आध्यात्मिक अनुभूति
बरसाना स्थित कीर्ति मंदिर केवल एक ऐतिहासिक स्थल नहीं है, यह आपको उस आध्यात्मिक वातावरण में विलीन कर देता है जो इससे व्याप्त है। तीर्थयात्री आशीर्वाद लेने, प्रार्थना करने और दिव्य जगत से संपर्क करने आते हैं। यह शांत वातावरण और मंदिर की आध्यात्मिक आभा ध्यान और चिंतन के लिए आदर्श है। इस मंदिर में प्रवेश करते ही, आपके सामने कीर्ति माता की मूर्ति स्थापित है, जो फूलों और भक्तों द्वारा अर्पित प्रसाद से सुसज्जित है। मंदिर का गर्भगृह धूप की सुगंध से महकता रहता है