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आज सत्ता के लोग "बापू के हत्यारे का महिमामंडन" करते हैं... सोनिया गांधी ने बीजेपी पर साधा निशाना

नई दिल्ली। कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शुक्रवार को नेहरू सेंटर इंडिया के शुभारंभ में शामिल हुईं। जहां उन्होंने बीजेपी और उसकी विचारधारा पर सीधा निशाना साधा है। उन्होंने आरोप लगाया कि इस विचारधारा के अनुयायी ना सिर्फ गांधी के हत्यारों को महिमामंडन करते हैं, बल्कि भारत की मूल भावना, संविधान और संस्थाओं को कमजोर करने की कोशिश में लगे हैं।
बीजेपी पर लगाए आरोप
बता दें कि सोनिया गांधी ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि एक व्यक्तित्व के रूप में नेहरू को कमतर आंकना और भारत के स्वतंत्रता संग्राम में उनकी सर्वमान्य भूमिका और अभूतपूर्व समस्याओं से जूझ रहे एक स्वतंत्र राष्ट्र के शुरुआती दशकों में उनके नेतृत्व को कमज़ोर करना है, बल्कि इतिहास को फिर से लिखने के एक अशिष्ट और स्वार्थी प्रयास में उनकी बहुमुखी विरासत को भी नष्ट करना है। विश्लेषण एक बात है, लेकिन उन्होंने जो कहा, जो लिखा और जो किया, उसके साथ जानबूझकर छेड़छाड़ करना बिल्कुल दूसरी बात है - और पूरी तरह से अस्वीकार्य है। वो कौन सी ताकतें हैं जो इस प्रोजेक्ट को शुरू कर रही हैं। इन लोगों ने वर्षों से काम किया है. उनका संबंध उस विचारधारा से है जिनका स्वतंत्रता संग्राम और संविधान निर्माण में कोई योगदान ही नहीं है।
सोनिया गांधी ने किया दावा
सोनिया गांधी ने दावा किया कि इस विचारधारा ने सालों पहले ऐसा माहौल बनाया जिसकी परिणति महात्मा गांधी की हत्या के रूप में हुई। कांग्रेस नेता ने कहा कि इस विचारधारा को मानने वालों के द्वारा आज भी महात्मा गांधी के हत्यारे का महिमामंडन किया जाता है। यह एक ऐसी विचारधारा है, जिसने भारत के राष्ट्र निर्माताओं के आदर्शों को निरंतर खारिज किया है। उन्होंने कहा कि इस विचारधारा ने सामाजिक सद्भाव को दूषित किया है। यह कई तरह के पूर्वाग्रह पर आधारित है।
नेहरू को बदनाम करना वर्तमान सरकार का मुख्य मकसद
सोनिया गांधी ने कहा, ‘‘इसमें कोई संदेह नहीं होना चाहिए कि नेहरू को बदनाम करना वर्तमान सरकार का मुख्य मकसद है। इनका उद्देश्य महज नेहरू का नाम मिटाना ही नहीं, बल्कि सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक बुनियाद को समाप्त करना है जिस पर इस देश का निर्माण हुआ है। आज इसके अलावा कोई विकल्प ही नहीं है कि सामूहिक रूप से इस ‘प्रोजेक्ट’ का मुकाबला किया जाए। उन्होंने कहा कि दुष्प्रचार के दौर में तर्कों को आगे बढ़ाना होगा और आधुनिक सोच वाला भारत बनाना होगा।




