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US Tariff: ट्रंप के भारत पर 50% टैरिफ लगाने की वजह आई समने, व्हाइट हाउस ने इस कारण को बताया वजह

Anjali Tyagi
20 Aug 2025 11:10 AM IST
US Tariff: ट्रंप के भारत पर 50% टैरिफ लगाने की वजह आई समने, व्हाइट हाउस ने इस कारण को बताया वजह
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लेविट ने दावा किया कि रूस-यूक्रेन के विवाद को खत्म करने के लिए ही अमेरिका ने भारत पर प्रतिबंध लगाए हैं।

नई दिल्ली। अमेरिका भारत पर लगाए टैरिफ को लेकर हर दिन कुछ ना कुछ नए दावे करते हुआ नजर आ रहा है। इसी बीच व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूस-यूक्रेन विवाद को खत्म करने के लिए भारत पर टैरिफ लगाया है। उन्होंने कहा कि ट्रंप चाहते हैं कि दोनों देशों के बीच चल रहा संघर्ष खत्म हो जाए। अमेरिका ने पहले भारत पर 25% का टैरिफ लगाया था। लेकिन कुछ दिन बाद 25 प्रतिशत से बढ़ाकर कुल 50% कर दिया है।

रूसी तेल की खरीदने को बताया वजह

ट्रंप की सेक्रेटरी करोलिन लेविट ने कहा कि डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर कुल 50 प्रतिशत टैरिफ लगाया है। इसमें 25 फीसदी टैरिफ पहले से लागू है। अतिरिक्त 25 फीसदी टैरिफ 27 अगस्त से लागू होगा। एक्स्ट्रा 25 फीसदी टैरिफ रूसी तेल की खरीदने की वजह से लगा है। जिससे वाइट हाउस की सेक्रेटरी की बातों से अब दो चीजें स्पष्ट होती हैं। या तो सैंक्शन यानी प्रतिबंध वाली बात गलती से सेक्रेटरी के मुंह से निकली या फिर यह अमेरिका की सोची-समझी रणनीति का हिस्सा है? भारत पर एक्स्ट्रा 25 फीसदी टैरिप लगाने को लेकर अमेरिका ने रूसी तेल खरीद का तर्क दिया है।

ट्रंप शानदार प्रयास कर रहे...

लेविट ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति चाहते है कि दोनों देशों के बीच चल रहा संघर्ष जल्द से जल्द खत्म हो। ट्रंप ने व्हाइट हाउस में यूक्रेनी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की। इस मुलाकात में उन्होंने जेलेंस्की से कहा कि वह पुतिन के साथ वार्ता कर इस संघर्ष को खत्म करें। लेविट ने कहा कि इस बैठक में नाटो महासचिव सहित सभी यूरोपीय नेता शामिल हुए और सभी इस बात पर सहमत है कि ट्रंप शानदार प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस बैठक के बाद राष्ट्रपति को उम्मीद है कि दोनों नेता एक दूसरे के साथ बैठकर इस युद्ध को खत्म करने के को लेकर बातचीत कर सकते हैं।

अगर ट्रंप राष्ट्रपति होते तो युद्ध नहीं होता

लविट ने कहा कि अगर उस समय अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप होते तो रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध कभी शुरू ही नहीं होता। वह दोनों देशों के बीच शांति समझौते करवाने का प्रयास कर रहे हैं। क्योंकि इससे पिछली सरकार ने ऐसा कुछ नहीं किया था और ये बात रूसी राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन ने खुद भी स्वीकार की थी।

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