
- Home
- /
- मुख्य समाचार
- /
- पानी और खून एक साथ...
पानी और खून एक साथ नहीं बहेगा... ऑपरेशन सिंदूर पर पहली बार BJP की प्रेस कॉन्फ्रेंस, जानें क्या बोले संबित पात्रा

नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी ने 'ऑपरेशन सिंदूर' पर पहली बार प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने भारतीय सशस्त्र बलों को जमकर सराहा। साथ ही उन्होंने कहा सिंधु जल समझौता रद्द कर प्रधानमंत्री मोदी जी ने आतंक के पर्याय पाकिस्तान को सख़्त संदेश दे दिया कि 'पानी और खून एक साथ नहीं बहेगा'। सेना ने आतंकियों को मिट्टी में मिला दिया।
क्या बोले संबित पात्रा
सांसद संबित पात्रा ने 'ऑपरेशन सिंदूर' पर कहा 'आज भाजपा, उसके कार्यकर्ता और देश के नागरिक सुरक्षाबलों का धन्यवाद करते हैं जिनकी वजह से ऑपरेशन सिंदूर सफल हो पाया है।' प्रधानमंत्री मोदी जी के निर्णय और भारतीय सेना के अदम्य साहस ने आतंकवादियों तथा उनके अड्डों को मिट्टी में मिला दिया। ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय सेना ने अदम्य साहस का परिचय दिया है। आज पूरा भारत अपने सभी सैनिकों को सलाम करता है। संबित पात्रा ने कहा कि पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए 26 नागरिकों का बदला लेने का आह्वान पीएम मोदी ने बिहार की धरती से किया। आतंकियों को घुसकर मारेंगे और मिट्टी में मिलाएंगे। उनके ठिकानों को हमारी सेना ने तबाह कर दिया। ये सीजफायर नहीं बल्कि अंडरस्टैंडिंग है।
आतंकवाद बर्दाश्त नहीं करेगा भारत...
संबित पात्रा ने कहा कि भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान और POK में नौ आतंकी ठिकानों को नष्ट कर दिया। इसमें 100 से ज्यादा आतंकी मारे गए। हमने जवाबी कार्रवाई में 11 एयरबेस को निशाना बनाया। 50 पाकिस्तान जवान भी मारे गए। उन्होंने कहा कि आतंकियों के जनाजे में पाकिस्तान के तमाम नेता शामिल हुए। जिससे साबित होता है कि पाकिस्तान में आतंकवाद और आतंकियों को बढ़ावा देने वाले एक साथ काम करते हैं। ऑपरेशन सिंदूर से हमने बताया दिया कि भारत आतंकवाद बर्दाश्त नहीं करेगा।
इन कैंपों को किया ध्वस्त
संबित पात्रा ने बताया कि हमारी सेना ने पाकिस्तान के 9 आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया है। आने वाले 100 वर्षों तक हमें इन नामों को दोहराते रहना है। पहला सवाई नाला कैंप लश्कर ए तोएबा का ट्रेनिंग कैंप को ध्वस्त किया। सैयदना बिलाल कैंप, जैश ए मोहम्मद का कैंप, गुलपुर कैंप, गुलपुर कैंप, बरनाला कैंप, अब्बास कैंप कोटली, फायदाईन कैंप लश्कर का इसको ध्वस्त किया। इसके साथ ही महामुना जायाकोट सियालकोट और मरकज तैय्यबा कैंप के मुरीदके कैंप को ध्वस्त किया।