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बिहार में कौन बनेगा अगला मुख्यमंत्री? अमित शाह ने दिया बड़ा बयान, बताया NDA की रणनीति

DeskNoida
16 Oct 2025 10:05 PM IST
बिहार में कौन बनेगा अगला मुख्यमंत्री? अमित शाह ने दिया बड़ा बयान, बताया NDA की रणनीति
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इसी बीच लोगों के मन में सबसे बड़ा सवाल यही है कि अगर एनडीए सत्ता में आती है, तो बिहार का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा?

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। एनडीए (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) की पार्टियों ने अपने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी है, जबकि महागठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर अभी भी मतभेद जारी हैं। इसी बीच लोगों के मन में सबसे बड़ा सवाल यही है कि अगर एनडीए सत्ता में आती है, तो बिहार का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा?

इस सवाल का जवाब खुद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दिया है। उन्होंने ‘आज तक’ से बातचीत में कहा कि चुनाव के बाद एनडीए विधायक दल ही यह तय करेगा कि मुख्यमंत्री कौन बनेगा। शाह ने किसी भी नेता का नाम नहीं लिया, लेकिन यह साफ किया कि पिछली बार भी जब जेडीयू की सीटें कम आई थीं, तब भी नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बनाया गया था। उन्होंने यह भी कहा कि इस बार एनडीए नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव लड़ रहा है और बिहार की जनता को उन पर पूरा भरोसा है।

अमित शाह ने इस दौरान आरजेडी और कांग्रेस पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि एसआईआर (स्पेशल इंटेंसिव रिव्यू) जैसी प्रक्रियाएं नई नहीं हैं और पहले भी चलती रही हैं। विपक्ष इस मुद्दे पर केवल राजनीति कर रहा है।

जब उनसे तेजस्वी यादव के नौकरी देने के वादों के बारे में पूछा गया, तो अमित शाह ने सख्त रुख अपनाया। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव जनता से झूठ बोल रहे हैं। हर परिवार के एक सदस्य को नौकरी देना संभव नहीं है। शाह ने सवाल किया कि अगर इतनी नौकरियां दी जाएंगी, तो उनका खर्च कौन उठाएगा? बिहार के लोगों को इसका जवाब मिलना चाहिए।

अमित शाह का यह बयान बिहार चुनाव के संदर्भ में बहुत महत्वपूर्ण माना जा रहा है। अब देखना होगा कि विपक्ष इस पर कैसे प्रतिक्रिया देता है।

जानकारी के मुताबिक, अमित शाह 16 अक्तूबर से तीन दिन के बिहार दौरे पर हैं। इस दौरान वे संगठन की अहम बैठकें करेंगे, पार्टी कार्यकर्ताओं से फीडबैक लेंगे और चुनावी रणनीति पर अंतिम निर्णय करेंगे। खास ध्यान उन सीटों पर होगा, जहां बीजेपी के सहयोगी दलों के उम्मीदवार मैदान में हैं। शाह का संदेश स्पष्ट है — एनडीए को एकजुट होकर चुनाव लड़ना होगा ताकि जनता के बीच एक मजबूत और भरोसेमंद चेहरा पेश किया जा सके।

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