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8वें वेतन आयोग के लागू होते ही बढ़ेगी कर्मचारियों की सैलरी... लेकिन DA हो जाएगा जीरो! जानें क्यों

नई दिल्ली। केंद्र सरकार के कर्मचारियों और पेंशनर्स के लिए राहत भरी खबर है। दरअसल हाल ही में केंद्र सरकार ने 8वें वेतन आयोग के तहत ToR को मंजूरी दे दी है। इसका अर्थ है कि जल्द ही सरकारी कर्मचारियों के वेतन और पेंशन की संरचना में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा। बता दें कि इस आयोग की अगुवाई जस्टिस (सेवानिवृत) रंजना देसाई करेंगी। वहीं, वेतन आयोग आगामी महीनों में अपनी सिफारिशें सरकार को सौंपेगा। इतना ही नहीं आयोग कर्मचारियों और पेंशनधारियों से इस संबंध बात करके उनकी राय भी लेगी।
फिटमेंट फैक्टर की अहम भूमिका
सबी वेतन आयोग की तरह इस बार भी फिटमेंट फैक्टर सैलरी तय करने में सबसे अहम भूमिका निभाएगा। बता दें कि फिटमेंट फैक्टर वह संख्या है जिससे पुराने बेसिक वेतन को गुणा कर नया बेसिक तैयार किया जाता है। जानकारी के मुताबिक, इस बार फिटमेंट फैक्टर 1.8 से 2.46 के बीच रह सकता है।
कोटक का अनुमान
वहीं, कोटक ने अनुमान लगाया है कि अगर 1.8 का फैक्टर लागू हुआ, तो लेवल-1 कर्मचारियों का बेसिक वेतन 18,000 रुपये से बढ़कर 32,400 रुपये हो जाएगा। हालांकि, 80% की वृद्धि अधिक है, लेकिन असली बढ़ोतरी इससे कम होगा क्योंकि नया वेतन लागू होने पर महंगाई भत्ता को शून्य मतलब जीरो कर दिया जाएगा।
DA में होगा संसोधन
वर्तमान में लेवल-1 कर्मचारियों को 58% DA और HRA सहित कुल मिलाकर करीब 29,000 रुपये मिलते हैं। जब संशोधित DA जीरो हो जाएगा, तब उनकी बेसिक सैलरी बढ़ जाएगी मतलब अब DA अलग से नहीं मिलेगा, वेतन के साथ ही रहेगा। लेकिन इससे कर्मचारियों की नेट सैलरी में कमी नहीं आएगी, बल्कि वेतन का ढांचे में मजबूत होगी। वहीं, नया बेसिक वेतन बढ़ने से HRA, ट्रांसपोर्ट अलाउंस और पेंशन आदि का निर्णय उसके आधार पर ही तय होंगा।
पेंशनर्स को होगा लाभ
वेतन आयोग की सिफारिशें सिर्फ सर्विस सेक्टर तक ही सीमित नहीं रहेंगी। बल्कि, पेंशनर्स की पेंशन को भी नए बेसिक पे के आधार पर री-कैलकुलेट किया जाएगा। दरअसल जब बेसिक वेतन बढ़ता है तो पेंशन की राशि भी उसी अनुपात में बढ़ जाती है।
कर्मचारियों की कमाई में नहीं होगी कटौती
DA को जीरो करने कर्मचारियों की कमाई में कमी नहीं होगी। बता दें कि अब केवल यह अंतर होगा कि जो रकम पहले DA के रूप में अलग से मिलती थी, वह अब बेसिक वेतन में शामिल हो जाएगी।




