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उत्तर प्रदेश

मलिहाबाद नहीं रहेगा "आम" प्रधानमंत्री कर रहे है बड़े बदलाव

मलिहाबाद नहीं रहेगा आम प्रधानमंत्री कर रहे है बड़े बदलाव
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यह प्रोजेक्ट पीपीपी यानी सार्वजनि- निजी भागीदारी मॉडल पर विकसित हो रहा है। इस योजना के तहत 500 करोड रुपए का कर इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण किया जाएगा पार्क में श्रमिकों के लिए छात्रावास, आवास क्षेत्र, अस्पताल, बैंक और मनोरंजन के साथ ही बाकी सभी जरूरी चीजें मुहैया की जा रही है। 

गर्मियों का मौसम हो और मलिहाबाद (Malihabad) के आमों की बात ना हो ऐसा कैसे हो सकता है।मलिहाबाद का आम हर आम प्रेमी के जुबान पर अपना असर छोड़ ही जाता है। पर आज हम आपको मलिहाबाद के ही एक और खास चीज के बारे में बताने जा रहे हैं। अब मलिहाबाद सिर्फ अपने आमों की वजह से नहीं बल्कि वहां के कपड़ों के वजह से भी जाना जाने वाला है।

दरअसल प्रधानमंत्री (PM Narendra modi) ने पीएम मित्रा मेगा टेक्सटाइल और अपैरल पार्क का निर्माण करने को हरी झंडी दिखा दी है। जिससे मलिहाबाद की शक्ल सूरत जल्दी बदलने वाली है। इससे न सिर्फ परिसर का माहौल बदलेगा बल्कि वहां के युवाओं को नौकरी भी मिलेगी। प्राप्त जानकारी के अनुसार मलिहाबाद (Malihabad) ब्लॉक के अटारी गांव में जमीन भी चिन्हित कर ली गई है।

राज्य सरकार ने इस प्रोजेक्ट पर 10 हजार करोड़ के निवेश की उम्मीद जताई है यह पार्क वैश्विक मानकों से मेल खाने और आधुनिक सुविधाओं से लैस होगा टेक्सटाइल पार्क (Textile Park में तकरीबन एक लाख युवाओं को रोजगार मिलने की उम्मीद जताई जा रही है। मलिहाबाद के अटारी इलाके का चयन करने का मुख्य कारण यहां से कनेक्टिविटी की सुविधा बेहतर होना है। अटारी गांव एनएच 20 और एस एच 20 से लगभग 20 किलोमीटर दूरी पर है।

यह दोनों ही हाईवे लखनऊ को सीतापुर और हरदोई से जोड़ती है इसके अलावा पार्क के लिए रेल कनेक्टिविटी भी बेहतर है। चिन्हित जगह से मलिहाबाद स्टेशन मात्र 16 किलोमीटर दूर है। वही लखनऊ रेलवे स्टेशन 40 किलोमीटर और लखनऊ अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा 45 किलोमीटर दूर है। कानपुर रोड भी 95 किलोमीटर और अंतर्देशीय कंटेनर डिपो कानपुर (Kanpur) 111 किलोमीटर दूर है। यह प्रोजेक्ट पीपीपी (PPP ) यानी सार्वजनि- निजी भागीदारी मॉडल पर विकसित हो रहा है। इस योजना के तहत 500 करोड रुपए का कर इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण किया जाएगा पार्क में श्रमिकों के लिए छात्रावास, आवास क्षेत्र, अस्पताल, बैंक और मनोरंजन के साथ ही बाकी सभी जरूरी चीजें मुहैया की जा रही है।

वार्ता 24 संवाददाता

वार्ता 24 संवाददाता

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