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उत्तर प्रदेश

Mathura News: निधिवन राज मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ का असर इस बार सेवा पूजा का ठेका 8.22 करोड़ में उठा।

Mathura News: निधिवन राज मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ का असर इस बार सेवा पूजा का ठेका 8.22 करोड़ में उठा।
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Mathura News निधिवनराज मंदिर की सेवा पूजा का ठेका 8.22 करोड़ में उठाया गया। मंदिर प्रबंधन ने जुलाई से जून 2024 के लिए ठेका लिया है। पिछले साल 5.10 करोड़ में ठेका लिया था। भक्तों की बढ़ती भीड़ के कारण यह ठेका इतना महंगा हो गया है।

संगीत सम्राट स्वामी हरिदास की साधना स्थली व थ. बांके बिहारी के प्राकट्य स्थल निधिवन राज मंदिर का संचालन किया गया| यह बांके बिहारी मंदिर प्रबंधन समिति द्वारा प्रबंधित किया जाता है।

प्रबंधन समिति हर साल मंदिर में सेवा पूजा के लिए टेंडर जारी कर ठेका लेती है। पिछले साल 5.10 करोड़ रुपए में मिला था ठेका, इस साल 8.22 करोड़ रुपए में मिला है।

इस बार मंदिर में उमड़ रही श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए ठेके की लागत बढ़ा दी गई है।

निधिवन राज मंदिर बांके बिहारी मंदिर प्रबंधन द्वारा संचालित है

वां। ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर प्रबंधन बांकेबिहारी के प्राकट्य स्थल निधिवन राज मंदिर का भी प्रबंधन करता है। वर्तमान में मंदिर प्रबंधन की कमान सिविल जज कनिष्ठ प्रमंडल के हाथ में है।

निधिवन राज मंदिर की सेवा, पूजा और व्यवस्था ठेके पर चलती है। प्रबंधन ने मंदिर के ठेके का टेंडर निकाला था। मंदिर के सेवादार रोहित गोस्वामी, मोहित गोस्वामी, ज्ञानेंद्र किशोर गोस्वामी, ब्रजेंद्र किशोर गोस्वामी ने टेंडर लगाया था।

इसमें सबसे ज्यादा 8.22 करोड़ की रकम रोहित गोस्वामी ने अपने नाम की थी| मंदिर प्रबंधन ने रोहित गोस्वामी को 23 जुलाई से 24 जून तक सेवा पूजन और निधिवन राज मंदिर की व्यवस्थाओं की जिम्मेदारी सौंपी।

केवल मंदिर सेवा को जिम्मेदारी मिलती है

ठाकुर बांके बिहारी मंदिर प्रबंधन द्वारा संचालित निधिवन राज मंदिर की सेवा, पूजा और व्यवस्था की जिम्मेदारी मंदिर सेवाधारियों को ही दी जाती है।

यही वजह है कि निधिवन राज मंदिर में जारी होने वाले टेंडर में मंदिर के सेवक ही ठेके के लिए टेंडर लगाते हैं और पूजा की जिम्मेदारी उन्हें सौंपी जाती है|

भीड़ को देखो और बोली लगाओ

मंदिर में दर्शन करने के लिए श्रद्धालुओं से कोई शुल्क नहीं लिया जाता है। बल्कि जो भी ऑफर होता है वह ठेकेदार को ही जाता है। मंदिर प्रबंधन को केवल बताई गई राशि ही मिलती है।

भीड़ बढ़ने के साथ ही मंदिर की कीमत भी कम हो जाती है। निधिवन राज मंदिर का प्रबंधन मंदिर प्रबंधन समिति करती है। इसके लिए हर वर्ष ठेका लिया जाता है। इस बार जुलाई से 24 जून तक की अवधि के लिए रोहित गोस्वामी को ठेका दिया गया है।

वार्ता 24 संवाददाता

वार्ता 24 संवाददाता

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