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उत्तर प्रदेश

नेपाल से टमाटर की तस्करी का खेल जारी, गोरखपुर की महेवा मंडी में हर रोज 15 से 20 टन की हो रही है खपत

Abhay updhyay
15 July 2023 7:49 AM GMT
नेपाल से टमाटर की तस्करी का खेल जारी, गोरखपुर की महेवा मंडी में हर रोज 15 से 20 टन की हो रही है खपत
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महंगाई के कारण इन दिनों टमाटर का बाजार गर्म है। यही वजह है कि बेंगलुरु और नासिक के साथ ही नेपाली टमाटर ने भी थोक से लेकर खुदरा बाजार में जगह बना ली है। बेंगलुरु और नासिक के टमाटर महंगे होने के कारण महेवा थोक बाजार में प्रतिदिन करीब 15 से 20 टन नेपाली टमाटर की खपत हो रही है.

इतने रुपये प्रति किलो बिक रहा टमाटर!

अगर थोक और खुदरा बाजार में टमाटर की कीमत की बात करें तो बेंगलुरु से आने वाला टमाटर थोक में 100-120 रुपये और खुदरा में 140-150 रुपये प्रति किलो बिक रहा है. दूसरी ओर, नेपाली टमाटर थोक में 40-50 और खुदरा में 80-100 रुपये प्रति किलो है. जहां नेपाली टमाटर आकार में छोटे होते हैं, वहीं बेंगलुरु और नासिक के टमाटर आकार में बड़े होते हैं। हाल ही में नेपाली टमाटरों को लेकर जब कस्टम ने कार्रवाई की तो यह चर्चा में आ गया.

गुरुवार को नेपाली टमाटर की सात गाड़ियां मंडी पहुंचीं

सस्ता होने की वजह से इन दिनों नेपाली टमाटर की तस्करी बढ़ गई थी। बिना भंसार के नेपाल से आने वाले टमाटर को लेकर कस्टम विभाग की कार्रवाई पर सवाल उठ रहे हैं. थोक सब्जी व्यापारियों का कहना है कि नेपाली टमाटर जल्दी खराब हो जाते हैं, जबकि नासिक और बेंगलुरु के टमाटरों को हम एक हफ्ते तक रख सकते हैं.

नेपाल से इस तरह आ रहा है टमाटर

पिछले दिनों महाराजगंज-नेपाल सीमा पर जांच के दौरान कस्टम और बीएसएफ ने दो-तीन पिकअप टमाटरों को पकड़कर नष्ट कर दिया था. सख्ती के बाद तस्करों ने टमाटर को बाजार तक पहुंचाने का तरीका ही बदल दिया है. अब वे नेपाल से बिहार की सीमा में प्रवेश कर रहे हैं और वहां से कुशीनगर होते हुए महेवा सब्जी मंडी में आ रहे हैं.

नेपाल-बिहार बॉर्डर पर नहीं हो रही जांच

नेपाल-बिहार सीमा पर कस्टम और बीएसएफ की ओर से जांच नहीं होने के कारण तस्कर टमाटर लेकर आसानी से बिहार में प्रवेश कर रहे हैं. इसके बाद वह आसानी से विभिन्न जिलों से होते हुए गोरखपुर पहुंच जा रहे हैं। रास्ते में न तो पुलिस उनकी जांच कर रही है और न ही मंडी शुल्क वसूलने वाले कर्मचारी के बारे में कोई पूछताछ कर रही है।

बारिश से बढ़ी हरी मिर्च

टमाटर के साथ-साथ इन दिनों हरी मिर्च के दाम में भी उछाल देखने को मिल रहा है। मिर्च के थोक व्यापारी अनवर ने बताया कि इन दिनों बारिश के कारण मिर्च खराब हो रही है. यही कीमतों में बढ़ोतरी का मुख्य कारण है. थोक में 60 से 80 रुपये किलो बिकने वाली मिर्च खुदरा में 100 से 120 रुपये किलो बिक रही है। उन्होंने बताया कि इस समय महेवा थोक मंडी में हरी मिर्च पंजाब, मीरापुर, बाराबंकी और कटिहार से आ रही है.

सब्जी-फल मंडी निरीक्षक ने कहा

सब्जी-फल मंडी इंस्पेक्टर पवन सिंह ने बताया कि मंडी में टमाटर लेकर आने वाले वाहनों से पर्चियां मांगी जाती हैं। वह बिहार से टमाटर लाने की रसीद दिखाते हैं. इसके बाद उनसे मंडी टैक्स वसूलने के बाद प्रवेश दिया जाता है।

Abhay updhyay

Abhay updhyay

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