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उत्तर प्रदेश

यूपी: आजम खान ने चन्द्रशेखर को गले लगाया, पूछा हाल-चाल, बंद कमरे में की बातचीत, सपा नेता बोले- योगी सरकार की विफलता पर बोला हमला

Abhay updhyay
3 July 2023 7:16 AM GMT
यूपी: आजम खान ने चन्द्रशेखर को गले लगाया, पूछा हाल-चाल, बंद कमरे में की बातचीत, सपा नेता बोले- योगी सरकार की विफलता पर बोला हमला
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सपा नेता आजम खान ने अपने बेटे अब्दुल्ला आजम के साथ भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर से उनके आवास पर मुलाकात की. इस दौरान दोनों के बीच बंद कमरे में काफी देर तक बातचीत हुई. उधर, भीम आर्मी प्रमुख चन्द्रशेखर अपने ऊपर हुए हमले को लेकर पुलिस के खुलासे से संतुष्ट नहीं हैं. उनका कहना है कि उन्हें पिस्तौल की गोली लगी है, जबकि पिस्तौल बरामद दिखायी गयी है.

भीम आर्मी प्रमुख चन्द्रशेखर पर हमले के बाद रविवार शाम सपा नेता आजम खान अपने बेटे अब्दुल्ला आजम के साथ उनका हालचाल लेने उनके आवास पर पहुंचे. करीब 20 मिनट तक उन्होंने बंद कमरे में चन्द्रशेखर से गुफ्तगू की। इस दौरान उनके साथ बेहद करीबी लोग ही मौजूद रहे.

प्रदेश सरकार के पूर्व कैबिनेट मंत्री एवं सपा के दिग्गज नेता कस्बे के हरिजन कॉलोनी गली नंबर दो स्थित आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चन्द्रशेखर आजाद के आवास पर पहुंचे। कमरे में पहुंचते ही आजम खान ने चन्द्रशेखर आजाद को गले लगाया और उनका हाल चाल लिया.

उनसे हमले के घटनाक्रम और स्वास्थ्य समेत अन्य चीजों के बारे में जानकारी ली. अब्दुल्ला आजम ने भी चन्द्रशेखर आजाद से हाथ मिलाया और उनका हालचाल पूछा. इस दौरान उनके साथ रामपुर से लोकसभा चुनाव लड़ चुके सैयद आसिम रजा, पूर्व विधायक रुचिवीरा, बेहट विधायक उमर अली खान, सरफराज खान, राव सम्मून, नवाजिश खान, चन्द्रशेखर यादव आदि मौजूद रहे।

इसके बाद आजम खान और चंद्रशेखर आजाद बाहर आए और प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इसके बाद वह दिवंगत पूर्व सांसद रशीद मसूद के परिवार वालों से मिलने के लिए सहारनपुर रवाना हो गए।

खुलासे से संतुष्ट नहीं चन्द्रशेखर, की सीबीआई जांच की मांग!

भीम आर्मी प्रमुख चन्द्रशेखर अपने ऊपर हुए हमले को लेकर पुलिस के खुलासे से संतुष्ट नहीं हैं। उनका कहना है कि उन्हें पिस्तौल की गोली लगी है, जबकि पिस्तौल बरामद दिखायी गयी है. उन्होंने कहा कि हमले की जांच सीबीआई से होनी चाहिए ताकि यह स्पष्ट हो सके कि हमले की साजिश में कौन शामिल था. कहीं हमलावरों को सत्ता का संरक्षण तो नहीं मिल जाता।

आज़ाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चन्द्रशेखर ने कहा कि वह पुलिस को उचित खुलासे के लिए पर्याप्त समय दे रहे हैं। पुलिस को ईमानदारी से पता लगाना चाहिए कि हमलावरों को फिरौती की रकम किसने दी।

उन्होंने कहा कि साजिश के तहत हमलावरों ने कार को गुर्जर बाहुल्य गांव मिरगपुर में खड़ा किया था ताकि जातीय संघर्ष हो सके. कहा कि भीम आर्मी के कार्यकर्ता भी अपने स्तर से जानकारी एकत्र कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह पुलिस से अपील करते हैं कि हमलावरों के परिजनों को उनके कृत्य की सजा न दी जाये. उन्होंने कहा कि वह इस हमले से डरे नहीं बल्कि और मजबूत हुए हैं.

चन्द्रशेखर ने कहा कि अगर किसी भी समाज की महिलाओं पर अत्याचार होगा तो वह बोलेंगे. चाहे कोई कितनी भी गोलियां चला दे, वे डरते नहीं हैं. डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक के उन्हें मित्र बताने और सुरक्षा देने के बयान पर उन्होंने कहा कि अगर राज्य सरकार को इतनी चिंता होती तो उन पर हमला नहीं होता. जबकि जिस जगह पर उन पर हमला हुआ, उससे चंद कदम की दूरी पर पुलिस पिकेट मौजूद थी.

चन्द्रशेखर पर हमला राज्य सरकार की नाकामी है

प्रेसवार्ता में चन्द्रशेखर के साथ मौजूद सपा के कद्दावर नेता. आजम खान ने कहा कि चन्द्रशेखर पर जानलेवा हमला राज्य सरकार की विफलता है. यह प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था का प्रमाण है। सरकार को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति किसी भी सूरत में न हो. उन्होंने कहा कि जो भी हुआ वह बहुत बुरा हुआ. चन्द्रशेखर आजाद एक संघर्षशील युवा नेता हैं. जिनकी आवाज दबाने के लिए तरह-तरह की साजिशें रची जा रही हैं। राज्य सरकार को इस हमले की गहराई से जांच करनी चाहिए ताकि हमले के पीछे के लोग बेनकाब हो सकें.

दूसरे प्रदेशों से भी समर्थक मिलने पहुंचे

भरतपुर रैली के बाद शनिवार रात 2 बजे चन्द्रशेखर आजाद अपने आवास पर पहुंचे थे। रविवार सुबह से ही उनसे मिलने वालों का तांता लगा हुआ है। पड़ोसी राज्यों हरियाणा, पंजाब, उत्तराखंड, राजस्थान, दिल्ली से बड़ी संख्या में समर्थक उनसे मिलने आए। दिन भर हरिजन कॉलोनी स्थित आवास पर समर्थकों व कार्यकर्ताओं का जमावड़ा लगा रहा.

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