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उत्तराखंड

चीन सीमा पर मजबूत होगी हवाई उड़ान सेवा, उत्तराखंड देगा वायुसेना को अनापत्ति प्रमाण पत्र

Abhay updhyay
15 July 2023 7:49 AM GMT
चीन सीमा पर मजबूत होगी हवाई उड़ान सेवा, उत्तराखंड देगा वायुसेना को अनापत्ति प्रमाण पत्र
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चीन सीमा से रणनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण उत्तराखंड में हवाई सेवाओं के सुदृढ़ीकरण और विस्तार पर वायुसेना और राज्य सरकार के बीच सहमति बन गई है।मध्य वायु कमान के एयर ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ एयर मार्शल आरजीके कपूर ने इस संबंध में शुक्रवार को राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से अलग-अलग मुलाकात की। सरकार ने पिथौरागढ़ हवाई अड्डे को जल्द वायुसेना को सौंपने के लिए अनापत्ति देने के उनके अनुरोध पर सहमति व्यक्त करते हुए बताया कि प्रक्रिया गतिमान है।

राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरुमीत सिंह (सेनि) ने शुक्रवार को राजभवन में एयर मार्शल आरजीके कपूर, वायुसेना और नागरिक उड्डयन विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की। राज्यपाल ने कहा कि पिथौरागढ़ का नैनीसैनी हवाई अड्डा सामरिक एवं पर्यटन की दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण है।हवाई सेवाओं के सुचारु संचालन से पूरे कुमाऊँ क्षेत्र में पर्यटन गतिविधियों को लाभ मिलेगा। इसके साथ ही वाइब्रेंट विलेज को विकसित करने के केंद्र और राज्य सरकार के मिशन को पूरा करने में मदद मिलेगी. इस क्षेत्र में ओम पर्वत, आदि कैलास, कैलास पर्वत यात्रा की दृष्टि से भी यह हवाई अड्डा महत्वपूर्ण है।


एयरफोर्स और सरकार के बीच हो सकता है एमओयू

राज्यपाल ने कहा कि पर्यटन के साथ-साथ सीमावर्ती क्षेत्रों में अवस्थापना सुविधाओं के विकास और उन्हें सामरिक दृष्टि से सुरक्षित रखने के उद्देश्य से वायुसेना और राज्य सरकार के बीच लगातार चर्चा और समन्वय जरूरी है। बैठक में वायुसेना की ओर से आग्रह किया गया कि पिथौरागढ़ एयरपोर्ट को वायुसेना के अधीन करने के लिए एनओसी की कार्यवाही शीघ्र की जाय। इसके साथ ही वायुसेना और सरकार के बीच एमओयू पर हस्ताक्षर हो सकते हैं.नागरिक उड्डयन सचिव सचिन कुर्वे को बताया गया कि राज्य सरकार इस संबंध में सहमत है. इस संबंध में कार्रवाई जारी है. राज्य के सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण स्थानों पर बने हेलीपैडों को वायुसेना के उपयोग के लिए उन्नत करने का भी अनुरोध किया गया। इससे वायुसेना के अलावा सामान्य हेली सेवाओं को भी मदद मिलेगी.

पंतनगर हवाई अड्डे का विस्तार करते हुए वायुसेना के लिए एन्क्लेव बनाने का अनुरोध किया गया। बैठक में यूसीएडीए के सीईओ सी रविशंकर ने वायुसेना अधिकारियों से चिन्यालीसौड़ और गौचर में बनी हवाई पट्टियों के उपयोग पर विचार करने को कहा। बैठक में विंग कमांडर अनुज चोपड़ा, एयर कमांडर ताहिर शेख मौजूद थे।दूसरी ओर, एयर मार्शल आरजीके कपूर ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से उनके आवास पर मुलाकात की. उन्होंने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया कि राज्य में नये पुलों के लिये न्यूनतम भार क्षमता 24 टन का प्रस्ताव किया जाना आवश्यक है। इससे वायुसेना और थलसेना के भारी वाहनों की आवाजाही आसानी से हो सकेगी।नए पुलों के निर्माण एवं उन्नयन में यह भार क्षमता रखी जानी चाहिए। वर्तमान में राज्य में पुलों की न्यूनतम भार क्षमता 17 टन है। उन्होंने बताया कि वायु सेना और गढ़वाल मंडल विकास निगम और कुमाऊं मंडल विकास निगम के बीच एक एमओयू प्रस्तावित है। इससे वायुसेना के अधिकारियों और कर्मियों को केंद्र सरकार की दर पर दोनों निगमों की सुविधाओं का उपयोग करने की अनुमति मिल सकेगी.


वायुसेना को 20 एकड़ भूमि आवंटित करें

एयर मार्शल कपूर ने राज्य सरकार से कुल 25 एकड़ भूमि में से 20 एकड़ भूमि पिथौरागढ हवाई क्षेत्र हेतु आवंटित करने का अनुरोध किया। उन्होंने राज्य में बुनियादी सुविधाएं विकसित करने के लिए पीएम गति शक्ति योजना से संबंधित विभिन्न प्रस्तावों पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि पीएम गति शक्ति के तहत राज्य सरकार के साथ मिलकर काम किया जाएगा.

Abhay updhyay

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