अयोध्या में 26 लाख दीपों से जगमगाया नौवां दीपोत्सव, सीएम योगी की मौजूदगी में बना नया विश्व रिकॉर्ड
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में सरयू नदी के घाटों पर 26.17 लाख दीपों को एक साथ जलाया गया, जिससे पूरा शहर सुनहरी रोशनी से नहाया दिखाई दिया।;
अयोध्या एक बार फिर जगमग हो उठी। भगवान श्रीराम की नगरी में रविवार को नौवें दीपोत्सव का भव्य आयोजन हुआ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में सरयू नदी के घाटों पर 26.17 लाख दीपों को एक साथ जलाया गया, जिससे पूरा शहर सुनहरी रोशनी से नहाया दिखाई दिया। इस आयोजन ने गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में जगह बनाई।
यह कार्यक्रम सिर्फ रोशनी का उत्सव नहीं था, बल्कि आध्यात्मिकता और संस्कृति का प्रतीक भी बना। 2,128 वेदाचार्यों ने एक साथ सरयू तट पर महाआरती की, जिससे एक और नया रिकॉर्ड बना। इस दौरान मंत्रोच्चार और शंखध्वनि से पूरा वातावरण भक्तिमय हो उठा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर पर कहा कि “अयोध्या आज केवल दीपों से नहीं, बल्कि भक्ति और आस्था से आलोकित है। वर्षों के संघर्ष के बाद भगवान राम के भव्य मंदिर का सपना साकार हो रहा है, और यह दीपोत्सव उसी संकल्प का प्रतीक है।” उन्होंने लोगों से स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी दिया।
दीपोत्सव के लिए अयोध्या के 56 घाटों पर विशेष तैयारी की गई थी। लगभग 33,000 स्वयंसेवकों ने एकजुट होकर दीप जलाने का कार्य किया। सरयू घाट, राम की पैड़ी और आसपास के इलाकों में दीपों की पंक्तियां इतनी लंबी थीं कि नदी का जल मानो रोशनी की लहरों में बदल गया।
कार्यक्रम में लेज़र शो, ड्रोन शो और रामायण पर आधारित झांकियों ने भी लोगों का दिल जीत लिया। भगवान राम, सीता और लक्ष्मण की झांकी के साथ-साथ पूरे अयोध्या में दीपों की छटा देखने हजारों श्रद्धालु पहुंचे।
गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स टीम ने मौके पर उपस्थिति दर्ज कर आयोजन को विश्व रिकॉर्ड घोषित किया। अधिकारियों ने बताया कि इतनी बड़ी संख्या में दीपों को एक साथ जलाना विश्व स्तर पर किसी भी धार्मिक आयोजन का सबसे बड़ा उदाहरण है।
यह दीपोत्सव अयोध्या के पर्यटन और सांस्कृतिक महत्व को और मजबूत करता है। विशेषज्ञों का कहना है कि इस आयोजन ने अयोध्या को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फिर से धार्मिक पर्यटन की राजधानी के रूप में स्थापित किया है।