बिहार में हिजाब वाली घटना के मामले में सीएम नीतीश बुरे फंसे, पाकिस्तानी डॉन ने दी धमकी! कहा-माफी मांगो नहीं तो...

यह कार्यक्रम मुख्यमंत्री सचिवालय संवाद में आयोजित किया गया था, जहां एक हजार से अधिक आयुष चिकित्सकों को नियुक्ति पत्र सौंपे जा रहे थे;

Update: 2025-12-17 08:06 GMT

नई दिल्ली। बिहार में नवनियुक्त आयुष चिकित्सकों को नियुक्ति पत्र दिया जा रहा था। लेकिन उस वक्त जो वाक्या हुआ उससे बिहार की राजनीति का पारा गरम हो गया है। दरअसल सीएम नीतीश कुमार से जुड़ा एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया। इस घटना के बाद से इस कार्यक्रम की चर्चा चारो ओर हो रही है। वीडियो को लेकर धार्मिक स्वतंत्रता और महिला सम्मान जैसे मुद्दों पर सवाल खड़े हो रहे हैं। बता दें कि यह कार्यक्रम मुख्यमंत्री सचिवालय संवाद में आयोजित किया गया था, जहां एक हजार से अधिक आयुष चिकित्सकों को नियुक्ति पत्र सौंपे जा रहे थे। इसी दौरान मंच पर हुई एक घटना से आयोजन का रूख बदल गया है।

महिला आयुष चिकित्सक हुई असहज

जानकारी के अनुसार, नियुक्ति पत्र लेने मंच पर पहुंची एक महिला आयुष चिकित्सक, जिनका नाम नुसरत परवीन बताया जा रहा है, सीएम के सामने खड़ी थी। सीएम नीतीश कुमार कथित रूप से उनके चेहरे की ओर इशारा करते हुए हाथ बढ़ाते दिखाई देते हैं और इसी दौरान महिला का हिजाब हटता हुआ नजर आता है। इस पल में महिला चिकित्सक असहज दिखाई देती हैं। हालांकि यह मात्र एक औपचारिक कार्यक्रम था, लेकिन वीडियो देखने के बाद लोगों ने इस घटना को तूल देते हुए इस व्यक्तिगत सम्मान और धार्मिक आस्था से जोड़ दिया।

लोगों ने तीखी प्रतिक्रिया

इस मामले को लेकर सोशल मीडिया पर जमकर प्रतिक्रिया आई है। कई लोगों ने मुख्यमंत्री के व्यवहार को अनुचित बताया और उनसे सार्वजनिक माफी की मांग की। वहीं, कुछ लोगों ने कहा कि किसी भी व्यक्ति की धार्मिक पहचान और निजी सीमाओं का सम्मान किया जाना चाहिए, खासकर एक सार्वजनिक मंच पर। इसके अलावा पाकिस्तान के प्रमुख अखबार डॉन ने भी इस पर रिपोर्ट प्रकाशित की, जिसमें कहा गया कि महिला की सहमति नहीं ली गई थी। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि सोशल मीडिया पर मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग उठ रही है।

पाकिस्तान ने दी धमकी

गौरतलब है कि इस मामले को लेकर पाकिस्तान के कुख्यात डॉन शहजाद भट्टी ने एक वीडियो जारी करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को धमकी दी। डॉन शहजाद ने कहा है कि माफी नहीं मांगी तो गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। पाकिस्तान के इस बयान भारत में यह मामला तूल पकड़ चुका है।

मानवाधिकार संगठनों ने की जांच की मांग

गौरतलब है कि पाकिस्तान के कुछ मानवाधिकार संगठनों ने भी इस मामले पर प्रतिक्रिया दी है। पाकिस्तान मानवाधिकार परिषद और मानवाधिकार आयोग ने घटना की निंदा करते हुए भारत सरकार से निष्पक्ष जांच की मांग की है। उनके मुताबिक, महिला की गरिमा, धार्मिक स्वतंत्रता और बुनियादी मानवाधिकारों से जुड़ा हुआ है। इन संगठनों ने यह भी कहा कि संबंधित महिला चिकित्सक से आधिकारिक तौर पर माफी मांगी जानी चाहिए।

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