पंजाब में गैंगवार की साजिश नाकाम, पांच गैंगस्टर गिरफ्तार, दो पिस्तौल बरामद

असम की सिलचर जेल में बंद कुख्यात गैंगस्टर जग्गू भगवाणपुरिया ने अपनी मां की हत्या का बदला लेने के लिए प्रतिद्वंदी गैंग के एक सदस्य को मारने की साजिश रची थी।;

By :  DeskNoida
Update: 2025-07-15 16:25 GMT

पंजाब पुलिस ने मंगलवार को बताया कि जग्गू भगवाणपुरिया गिरोह से जुड़े पांच शूटरों को एक प्रतिद्वंदी गैंगस्टर की हत्या की साजिश रचने के आरोप में अमृतसर के पास गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने आरोपियों के पास से दो पिस्तौल भी बरामद की हैं।

पुलिस के अनुसार, ये गैंगस्टर अमेरिका में बैठे गैंग लीडर हुसनदीप सिंह के निर्देश पर काम कर रहे थे। पंजाब के पुलिस महानिदेशक गौरव यादव ने कहा कि यह गिरफ्तारी काउंटर इंटेलिजेंस पंजाब, अमृतसर रूरल और बटाला पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में की गई।

गिरफ्तार आरोपियों की पहचान लवप्रीत सिंह, सिकंदर कुमार उर्फ गोला, ओंकारप्रीत उर्फ जशन (तीनों बटाला के शाहाबाद गांव निवासी), गगनदीप उर्फ ज्ञानी (बटाला के गांधी कैंप निवासी) और महकप्रीत सिंह (अमृतसर निवासी) के रूप में हुई है।

डीजीपी ने बताया कि शुरुआती जांच में पता चला है कि असम की सिलचर जेल में बंद कुख्यात गैंगस्टर जग्गू भगवाणपुरिया ने अपनी मां की हत्या का बदला लेने के लिए प्रतिद्वंदी गैंग के एक सदस्य को मारने की साजिश रची थी।

बीते महीने बटाला के कादियां रोड पर बाइक सवार हमलावरों ने जग्गू की मां हरजीत कौर (52) और करनवीर सिंह पर गोलियां चला दी थीं, जिसमें दोनों की मौत हो गई थी।

बदले की कार्रवाई में जग्गू ने अमेरिका में बैठे अपने करीबी सहयोगी हुसनदीप सिंह की मदद से भारत में शूटरों की टीम बनाने की योजना बनाई।

अमृतसर ग्रामीण के एसएसपी मनिंदर सिंह के नेतृत्व में सबसे पहले महकप्रीत सिंह को पकड़ा गया। पूछताछ में उसने खुलासा किया कि बटाला निवासी सिकंदर कुमार उर्फ गोला के पास शूटरों से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी है।

इसके बाद बटाला के एसएसपी सुहैल कासिम मीर के अनुसार, एक टीम ने सिकंदर कुमार और उसके सहयोगी ओंकारप्रीत उर्फ जशन को भी गिरफ्तार कर लिया। उनसे मिली जानकारी के आधार पर गगनदीप उर्फ ज्ञानी को भी दबोच लिया गया।

पूछताछ में पता चला कि इस पूरे षड्यंत्र में लवप्रीत सिंह एक मुख्य भूमिका निभा रहा था, जिसे बाद में गिरफ्तार किया गया। लवप्रीत ने खुलासा किया कि अमेरिका में मौजूद हुसनदीप सिंह इस पूरी योजना का मास्टरमाइंड था और वहीं से सबको निर्देश मिल रहे थे।

इस मामले में बटाला के रंगड़ नंगल थाने में आर्म्स एक्ट और भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है।

Tags:    

Similar News