हंगरी के लेखक लास्जलो क्रास्ज्नाहोरकाई को मिला साहित्य का नोबेल पुरस्कार, जानें सम्मानस्वरूप मिलेगी कितनी राशि

Update: 2025-10-09 13:30 GMT

नई दिल्ली। रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज ने आज साहित्य के नोबेल पुरस्कार का ऐलान किया। साल 2025 के लिए साहित्य का नोबेल प्राइज हंगरी के लेखक लास्जलो क्रास्ज्नाहोरकाई को दिया गया। लास्जलो को ये पुरस्कार उनके मनमोहक और दूरदर्शी कामों के लिए दिया गया। वहीं पिछले साल साहित्य में नोबेल पुरस्कार दक्षिण कोरिया की लेखिका हान कांग को दिया गया था। जिन्होंने मानव जीवन की नाजुकता को उजागर करने से संबंधित लेखनी का कार्य किया था।

18 कैरेट का गोल्ड मेडल दिया जाता है

बता दें कि साहित्य में नोबेल पुरस्कार इस हफ्ते घोषित होने वाला चौथा पुरस्कार था, इससे पहले में मेडिसिन, फिजिक्स आयर केमिस्ट्री में नोबेल पुरस्कार की घोषणा की गई थी। नोबेल पुरस्कार समारोह 10 दिसंबर को अल्फ्रेड नोबेल की मृत्यु की सालगिरह पर आयोजित किया जाएगा। अल्फ्रेड नोबेल एक स्वीडिश वज्ञानिक थे जिन्होंने डायनामाइट का आविष्कार किया था। 1896 में उनके निधन के पांच साल बाद 1901 में इस पुरस्कार की शुरुआत हुई थी। जिसके बाद हर साल इस पुरस्कार को दिया जाता है। पुरस्कार पाने वाले विजेता को 11 मिलियन स्वीडिश क्रोनर (लगभग साढ़े दस करोड़ रुपए) कि पुरस्कार राशि दी जाती है। साथ ही विनर को 18 कैरेट का गोल्ड मेडल और एक डिप्लोमा भी दिया जाता है।

कौन हैं लास्जलो क्रास्ज्नाहोरकाई?

लेखक क्रास्ज्नाहोरकाई का जन्म 1954 में दक्षिण-पूर्वी हंगरी के रोमानियाई बोर्डर के पास, ग्युला नामक छोटे से कस्बे में हुआ था। उन्होंने अपने उपन्यास 'हर्श्ट 07769' के जरिये देश की सामाजिक अशांति को सटीकता से चित्रित किया था। साल 1985 में प्रकाशित उनके पहले उपन्यास 'सतांतंगो' से यो चर्चे में आयें, जो हंगरी में एक साहित्यिक सनसनी थी। 

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