पुतिन के साथ द्विपक्षीय बैठक में पीएम मोदी ने कहा- 'भारत तटस्थ नहीं है, भारत का पक्ष शांति का है'...
नई दिल्ली। हैदराबाद हाउस में पीएम मोदी के साथ बातचीत में रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने यूक्रेन में शांति स्थापित करने की भारत की पहल पर प्रधानमंत्री मोदी के प्रयासों की प्रशंसा की। रूसी राष्ट्रपति पुतिन के साथ द्विपक्षीय बैठक के दौरान यूक्रेन संघर्ष का जिक्र करते हुए, पीएम मोदी ने कहा कि हाल के दिनों में, जब भी मैंने ग्लोबल कम्युनिटी के नेताओं से बात की है और इस मुद्दे पर विस्तार से चर्चा की है, मैंने हमेशा कहा है कि भारत तटस्थ नहीं है। भारत का एक साफ रुख है और वह रुख शांति के लिए है।
वे कहां से शुरू करते हैं
रूस के प्रेसिडेंट पुतिन के साथ बाइलेटरल मीटिंग के दौरान, PM मोदी ने कहा कि मेरा मानना है कि 2001 में आपने जो रोल निभाया, वह इस बात का एक परफेक्ट उदाहरण है कि एक विजनरी लीडर कैसे सोचता है। वे कहां से शुरू करते हैं और रिश्तों को कितना आगे ले जा सकते हैं। भारत-रूस के रिश्ते इसका सबसे अच्छा उदाहरण हैं।
दुनिया ने अब तक कई संकटों का सामना किया
रूसी राष्ट्रपति पुतिन के साथ द्विपक्षीय बैठक के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि "दुनिया ने COVID-19 से लेकर अब तक कई संकटों का सामना किया है। हमें उम्मीद है कि बहुत जल्द दुनिया इन चुनौतियों से आजाद हो जाएगी, और ग्लोबल कम्युनिटी सही दिशा में तरक्की के रास्ते पर आगे बढ़ेगी, और सहयोग की एक नई भाषा को बढ़ावा देगी। मुझे विश्वास है कि आज हम कई महत्वपूर्ण ग्लोबल मुद्दों पर चर्चा करेंगे। भारत और रूस के बीच आर्थिक संबंध और मजबूत होने चाहिए।
भारत का पक्ष शांति का है
पीएम मोदी ने कहा कि 'भारत तटस्थ नहीं है। भारत का पक्ष शांति का है'। उन्होंने कहा कि पुतिन की ये यात्रा ऐतिहासिक है। जल्द विश्व चिंताओं से मुक्त होगा। दुनिया जल्द शांति की दिशा में लौटेगी। रूस भी शांति का पक्षधर है। हमें शांतिपूर्ण समाधान के लिए प्रयास करना चाहिए। हर क्षेत्र में संबंध आगे ले जाना चाहते हैं।