‘चरमपंथी सोच से प्रेरित...’ विदेश मंत्री ने असीम मुनीर पर साधा निशाना, सीजफायर को लेकर ट्रंप के दावों पर भी ये बोले जयशंकर
भारत एक बहुत ही स्वतंत्र देश है, जो अपने हितों के आधार पर फैसले लेगा;
नई दिल्ली। भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव के दौरान अचानक अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दोनों देशों के बीच सीजफायर का एलान कर दिया था। इसे लेकर काफी विवाद भी हुआ था। अब भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।
अमेरिका ये समझता है कि...
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर फिलहाल यूरोप के दौरे पर हैं। इस दौरान उन्होंने एक इंटरव्यू में पहली बार पाकिस्तान के साथ हुए संघर्ष और सीजफायर पर बात की। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि अमेरिका ये समझता है कि भारत एक बहुत ही स्वतंत्र देश है, जो अपने हितों के आधार पर फैसले लेगा। उन्होंने आगे कहा कि इस ऑपरेशन में एक क्लियर मैसेज था कि अगर 22 अप्रैल जैसा हमला होगा तो इसका मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। हम आतंकियों को नहीं छोड़ेंगे। अगर आतंकी पाकिस्तान में हैं तो वे जहां भी होंगे, हम उन्हें नहीं बख्शेंगे। इस ऑपरेशन में एक संदेश था। फिलहाल सहमति से सीजफायर है।
स्पष्ट संदेश दिया गया...
इसके अलावा, जयशंकर से जब पूछा गया कि क्या यह ऑपरेशन एक डोरमेट था, तो उन्होंने कहा कि आप इसे चाहे कोई भी शब्द दे दें लेकिन मैं आपको बता दूं कि इससे स्पष्ट संदेश दिया गया है। जम्मू कश्मीर के पहलगाम में 26 निहत्थे, निर्दोष लोगों की उनके परिवार वालों के सामने हत्या की गई। ये हमला टूरिज्म को नुकसान पहुंचाने के लिए भी किया गया और धार्मिक भावनाएं भड़काने के लिए भी।
असीम मुनीर पर भी साधा निशाना
जयशंकर ने पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान का नेतृत्व, विशेष रूप से सेना, आज 'चरमपंथी धार्मिक सोच' से प्रेरित है। वह सिर्फ क्षेत्रीय शांति के लिए ही नहीं, बल्कि वैश्विक स्थिरता के लिए भी खतरा बन चुका है। जयशंकर ने आगे यह भी स्पष्ट किया कि भारत इस तरह की बर्बरता को किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं करेगा और जवाबी कार्रवाई की रणनीति सटीक, निर्णायक और न्यायपूर्ण रहेगी।