ओडिशा के मुख्यमंत्री ने मजदूरों के लिए दो प्रतीक्षालयों का किया उद्घाटन
नए प्रतीक्षालय शहर के डुमडुमा और कल्पना इलाकों में बनाए गए हैं। इनमें पीने के पानी, शौचालय और पार्क जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं, ताकि श्रमिकों को कुछ राहत मिल सके।;
ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने गुरुवार को भुवनेश्वर में मजदूरों के लिए दो प्रतीक्षालयों का उद्घाटन किया। यह कार्यक्रम अंतरराष्ट्रीय श्रमिक दिवस 2025 के मौके पर आयोजित किया गया था।
मुख्यमंत्री ने बताया कि जल्द ही ऐसे और प्रतीक्षालय कटक, राउरकेला, संबलपुर, क्योंझर और ब्रह्मपुर जैसे शहरों में भी खोले जाएंगे। कार्यक्रम में उन्होंने विभिन्न ट्रेड यूनियनों के प्रतिनिधियों को सम्मानित किया और निर्माण श्रमिक कल्याण योजना के तहत शिक्षा, विवाह, मातृत्व, मृत्यु और अंतिम संस्कार से जुड़ी सहायता वितरित की।
मुख्यमंत्री ने बताया कि सरकार बनने के बाद से अब तक चार लाख से अधिक नए निर्माण श्रमिकों का पंजीकरण किया गया है और करीब 370 करोड़ रुपये की सहायता दी गई है। मजदूर दिवस के मौके पर लगभग 3,000 श्रमिकों को पहचान पत्र जारी किए गए और 40 करोड़ रुपये की सहायता विभिन्न रूपों में प्रदान की गई है।
उन्होंने कहा कि सामान्य मृत्यु पर दी जाने वाली सहायता राशि को दो लाख से बढ़ाकर तीन लाख और दुर्घटनाजन्य मृत्यु पर चार लाख से बढ़ाकर छह लाख कर दिया गया है। अब तक राज्य में करीब 47 लाख निर्माण श्रमिक पंजीकृत हैं और लगभग 3,951 करोड़ रुपये की सहायता दी जा चुकी है।
मुख्यमंत्री ने ‘ओडिशा श्रमिक साथी’ मोबाइल ऐप भी लॉन्च किया, जिससे श्रमिक ऑनलाइन पंजीकरण, नवीनीकरण और सहायता के लिए आवेदन जैसे कार्य खुद कर सकेंगे।
उन्होंने यह भी बताया कि बीते दस महीनों में श्रमिकों की दैनिक मजदूरी में बढ़ोतरी की गई है। इसके अलावा, राज्य सरकार ने प्रवासी श्रमिकों की समस्याओं को समझने और समाधान निकालने के लिए एक टास्क फोर्स बनाई है। मुख्यमंत्री ने बताया कि ओडिशा के प्रवासी श्रमिकों के लिए एक विशेष कार्य योजना तैयार की गई है और स्थानीय श्रमिकों को उद्योगों में रोजगार देने की दिशा में कदम उठाए जा रहे हैं।