उफ! महज 9 साल की बच्ची को स्कूल में आया हार्ट अटैक, डॉक्टरों का यह इलाज भी नहीं बचा सका मासूस की जान

Update: 2025-07-17 08:37 GMT

सीकर। राजस्थान सीकर जिले के दांतारामगढ़ कस्बे से एक दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है। जिसके बाद लोग सोचने पर मजबूर हो गए कि क्या छोटे बच्चों को भी हार्ट अटैक आ सकता है। दरअसल, सिर्फ 9 साल की प्राची कुमावत की स्कूल में हार्ट अटैक से मौत हो गई। चौथी कक्षा में पढ़ने वाली छात्रा आदर्श विद्या मंदिर स्कूल में लंच ब्रेक के दौरान अचानक बेहोश होकर गिर गई। जिसके बाद मासूम की मौत हो गई।

अचानक चक्कर आया और फिर वह गिर गई

बता दें कि घटना,15 जुलाई की बताई जा रही है। जब प्राची स्कूल में लंच के दौरान टिफिन खोल ही रही थी उस दौरान उसे अचानक चक्कर आया और फिर वह गिर गई। हालांकि स्कूल स्टाफ ने उसे तुरंत डॉक्टर के पास पहुंचाया। डॉक्टरों ने उसकी नब्ज जांची और CPR, ऑक्सीजन, दवाएं और इंजेक्शन देकर बच्ची को रिवाइव करने की पूरी कोशिश की। लेकिन उसकी हालत बिगड़ती चली गई।

रास्ते में ही प्राची ने तोड़ा दम

डॉ. सुभाष वर्मा ने सबसे पहले प्राची का प्राथमिक इलाज किया। उन्होंने बताया कि बच्ची को लाने के वक्त उसकी नब्ज नहीं चल रही थी। मासूम की सांसें रुक चुकी थीं और दिल की धड़कन भी नहीं महसूस हो रही थी। उन्होंने CPR और अन्य मेडिकल सहायता देने के बाद उसे तुरंत सीकर के बड़े अस्पताल रेफर किया, लेकिन रास्ते में ही प्राची ने दम तोड़ दिया।

लंच ब्रेक में अचानक बच्ची की तबीयत बिगड़ी

वहीं इस मामले में स्कूल के प्रिंसिपल नंदकिशोर का कहना है कि प्राची पिछले कुछ दिन से सर्दी-जुकाम के कारण स्कूल नहीं आ रही थी। उन्होंने आगे कहा कि सोमवार,14 जुलाई को उसने स्कूल आना शुरू किया था और सुबह की प्रार्थना में भी शामिल हुई थी। वह पूरी तरह सामान्य दिख रही थी, लेकिन लंच ब्रेक में अचानक उसकी तबीयत बिगड़ गई।

परिवार ने पोस्टमार्टम कराने से किया मना

हालांकि परिवार ने दुखद घटना के बाद पोस्टमार्टम कराने से मना कर दिया। डॉक्टरों ने साफ तौर पर कहा कि बिना पोस्टमार्टम हार्ट अटैक की पुष्टि नहीं की जा सकती, लेकिन जो लक्षण देखे गए, वे हार्ट अटैक की ओर ही इशारा करते हैं। इस घटना ने एक बार फिर बच्चों और किशोरों में बढ़ते हार्ट संबंधी मामलों पर चिंता बढ़ा दी है। 

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