पुतिन को भारतीय शेफ के हाथों के खाने से परहेज, जानें क्यों नहीं खाएंगे...
आज शाम पुतिन का IL-96 विमान दिल्ली एयरपोर्ट पर उतरेगा;
नई दिल्ली। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन आज दो दिवसीय दौरे पर भारत आ रहे हैं। लेकिन सबसे अहम है कि पुतिन जब भी रूस से बाहर जाते हैं तो उनके साथ एक पूरी 'शेफ टीम' चलती है। आज शाम जब उनका IL-96 विमान दिल्ली एयरपोर्ट पर उतरेगा तो उसमें एक अलग कम्पार्टमेंट में रूसी त्वोरोग, रूसी आइसक्रीम, रूसी शहद और रूसी बोतलबंद पानी भी रहेगा। लेकिन क्या यह केवल शौक है या फिर कुछ और वजह है।
भारतीय शेफ के हाथ का खाना नहीं खाएंगे पुतिन
पुतिन कभी भी भारतीय शेफ के हाथों का खाना नहीं खाते हैं। जानकारी के मुताबिक, दिसंबर 2014 में जब पुतिन भारत आए थे तो मुंबई के ताज होटल के एक पूरे फ्लोर को रूसी सिक्योरिटी एजेंसी FSO ने कब्जे में ले लिया था। होटल के किचन से सारा भारतीय मसाला हटा दिया गया था। 2018 में भी भारत-रूस समिट के दौरान भी रूसी शेफ ने ही हैदराबाद हाउस के किचन में अपना स्टोव लगाया था। 2018 राष्ट्रपति भवन में बिरयानी और गलौटी कबाब तैयार हुए थे, लेकिन पुतिन ने सिर्फ अपना रूसी सलाद और त्वोरोग खाया था।
उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति मिर्जियोयेव ने पुतिन को प्लोव खिलाना चाहा
दरअसल 2022 में समरकंद की SCO समिट के बाद उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति मिर्जियोयेव ने पुतिन को प्लोव खिलाने की कोशिश की थी, लेकिन पुतिन ने मना कर दिया। क्रेमलिन ने कहा कि राष्ट्रपति के पास खास भोजन और सिक्योरिटी नियम हैं। विदेश में हम अपने प्रोडक्ट ही इस्तेमाल करते हैं।
डिश का स्पेक्ट्रोमीटर और कैमिकल टेस्ट होता है
जानकारी के मुताबिक, FSO के पूर्व अधिकारी ने अपनी किताब 'द न्यू नोबिलिटी' में लिखा है कि 2001 से ही पुतिन के विदेशी दौरे पर 'पोर्टेबल फूड लेबोरेटरी' जाती है। यह लैब हर डिश को स्पेक्ट्रोमीटर और कैमिकल टेस्ट से चेक करती है। 2017 में फ्रांस के वर्साय पैलेस में भी ऐसा हुआ था। फ्रेंच शेफ ने क्रोइसैन और फोई ग्रा तैयार किया, लेकिन पुतिन ने केवल अपना सूरी सूप और त्वोरोग खाया।
क्या भारत के शेफ पर भरोसा नहीं
पुतिन की सिक्योरिटी किसी भी देश अथवा उसके शेफ पर भरोसा नहीं करती है। जानकारी के मुताबिक, पुतिन का खाना मॉस्को के बाहर बने एक स्पेशल फार्म से आता है, जहां दूध देने वाली गायों की 24 घंटे निगरानी होती है।