दिल्ली विधानसभा का शीतकालीन सत्र 5 जनवरी से होगा शुरू! इन मुद्दों पर हो सकते हैं हंगामे, जानें कब तक चलेगा सत्र
नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा का शीतकालीन सत्र 5 जनवरी से शुरू होने जा रहा है। यह सत्र केवल 4 दिनों के लिए 8 जनवरी तक चलेगा। सत्र की तैयारियों के तहत, अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने इस महीने की शुरुआत में भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक की रिपोर्टों पर की गई कार्रवाई की स्थिति का आकलन किया था। इस बार के सत्र में वायु प्रदूषण और साफ-सफाई के मुद्दे पर हंगामे के आसार हैं।
कागजी कार्रवाई बंद करने से पारदर्शिता बढ़ेगी
बता दें कि अधिकारियों का कहना है कि कागजी कार्रवाई बंद करने से पारदर्शिता बढ़ेगी, संचार सुगम होगा और विधायी प्रक्रियाओं में होने वाली देरी समाप्त होगी। गुप्ता ने इस बात पर जोर दिया कि विभागों और विधानसभा के बीच डिजिटल समन्वय को मजबूत करना जवाबदेही और कुशल शासन के लिए आवश्यक है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि आगामी सत्र में ई-विधान परियोजना के सुचारू रूप से क्रियान्वयन को सुनिश्चित करने के लिए सभी व्यवस्थाएं और समन्वय समय पर पूरे कर लिए जाएं।
गरमागरम बहस होने की आशंका
मिली जानकारी के अनुसार सरकार नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (सीएजी) की कुछ लंबित रिपोर्टों को पेश करने की तैयारी कर रही है। जिससे आम आदमी पार्टी और भाजपा के बीच तीखी बहस छिड़ सकती है। विधानसभा के 'फसी घर' विवाद में पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल की लगातार अनुपस्थिति पर भी गरमागरम बहस होने की आशंका है। वहीं इस शीतकालीन सत्र में विधानसभा के डिजिटल कामकाज में परिवर्तन के साथ एक बड़ा प्रशासनिक बदलाव भी देखने को मिलेगा। दरअसल, अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने हाल ही में संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया है कि प्रश्न, नोटिस, उत्तर और विधेयक प्रस्तुत करने सहित सभी विधायी कार्य अब पूरी तरह से राष्ट्रीय ई-विधान एप्लिकेशन के माध्यम से किए जाएंगे।