रूसी राष्ट्रपति पुतिन 30 घंटे के भारत दौरे पर क्या खाएंगे...और कब सोएंगे...जानें उनका पूरा शेड्यूल
नई दिल्ली। भारत में पुतिन के हर कदम और हर झलक पर पूरी दुनिया की नजरें टिकी हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस दौरे में उनके खाने, पीने और आराम के पल भी पूरी तरह से नियंत्रित और योजनाबद्ध हैं? 30 घंटे के इस दौरे में रूसी राष्ट्रपति के लिए सिर्फ बैठकें और समझौते ही नहीं, बल्कि उनकी फिटनेस और रूटीन का ख्याल रखना भी उतना ही अहम है। वे कब क्या खाएंगे, कब सोएंगे और कब उठाएंगे ये सब उनके स्टेट शेड्यूल से परे है।
पुतिन का प्राइवेट डिनर
पुतिन की खासकर खाने-पीने और आराम के पैटर्न, उनकी फिटनेस और ऊर्जा बनाए रखने का मूल मंत्र हैं। 4 दिसंबर की शाम को पुतिन करीब 6 बजे भारत पहुंचेंगे। आगमन के तुरंत बाद आधिकारिक बैठकें और पीएम मोदी के साथ प्राइवेट डिनर की योजनाएं हैं। पुतिन खाने में हल्का-फुल्का खाना पसंद करते हैं। ऐसे में रात का खाना भी हल्का और संतुलित होगा। पुतिन मीट के बजाय फिश, सलाद और ताजगी से भरपूर सब्जियों को प्राथमिकता देंगे।
छोटे-छोटे ब्रेक में कब क्या खाएंगे-पिएंगे
दोपहर और शाम के कार्यक्रमों के बीच पुतिन को छोटे ब्रेक दिए जाएंगे। इन ब्रेक में वे बीटरूट जूस या हल्के स्नैक्स लेंगे। 30 घंटे के इस दौरे में उनका सोने का समय भी सीमित है, इसलिए नींद के छोटे स्लीप शेड्यूल को भी उनकी सुरक्षा टीम पहले से मैनेज करती है। हर कदम, हर भोजन और हर पल उनके स्वास्थ्य और सतर्कता को ध्यान में रखकर तय किया जाता है।
पुतिन का नाश्ते और लंच की टाइमिंग
पुतिन के खाने का हर निवाला उनके स्वास्थ्य के अनुकूल तैयार किया गया है और इसके लिए विशेष क्रेमलिन शेफ की टीम जिम्मेदार होगी, जो पहले जहर टेस्टिंग करके सुनिश्चित करती है कि भोजन पूरी तरह सुरक्षित हो। इसके बाद 5 दिसंबर की सुबह पुतिन 9:30 बजे राष्ट्रपति भवन पहुंचेंगे। यहां औपचारिक स्वागत समारोह के बाद छोटा सा नाश्ता भी उनके कमरे में ही सर्व किया जाएगा। फिक्स समय के अनुसार उनका लंच हैदराबाद हाउस में होगा, जिसमें कुछ प्रमुख उद्योगपति भी शामिल हो सकते हैं। यहां भी पुतिन हल्का और पोषणयुक्त भोजन ही पसंद करेंगे, जिससे ऊर्जा बनी रहे और फिटनेस पर कोई असर न पड़े।