लड़ाई के चलते सीमावर्ती इलाकों में रहने वाले लोग सदमे में हैं। खासकर बच्चे, जिन्हें बमबारी की वजह से रातें बंकरों में बितानी पड़ती हैं। लड़ाई में अपनों को खोने वालों का सदमा पीढ़ी दर पीढ़ी रहेगा।