जयराम रमेश ने साफ कहा कि कांग्रेस में बोलने की आज़ादी है और सिर्फ बोलने की ही नहीं, बल्कि “फ्रीडम ऑफ स्पीच के साथ-साथ फ्रीडम आफ्टर स्पीच” भी है।