अधिकारियों ने बताया कि यह अभियान उन खुफिया इनपुट्स के आधार पर चलाया गया, जिनमें जेईआई के कुछ सदस्यों की राष्ट्र-विरोधी गतिविधियों में संलिप्तता की पुष्टि हुई थी।