प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने गुरुवार को जानकारी दी कि यह कदम देश के आधुनिक रेल नेटवर्क को मजबूत करने और यात्रियों को तेज़, सुरक्षित और आरामदायक सफर उपलब्ध कराने की दिशा में एक बड़ा कदम होगा।