इस घोषणा की मुखर आवाज रहे विदेश सचिव विक्रम मिस्री को सोशल मीडिया पर ट्रोल किया जाने लगा। यहां तक कि उनकी पत्नि और बेटी को भी निशाना बनाया जा रहा है।