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Vikram Misri: भारत-पाक सीजफायर के बाद ट्रोल हुए विदेश सचिव, समर्थन में उतरे अखिलेश-ओवैसी

Varta24Bureau
12 May 2025 12:31 PM IST
Vikram Misri: भारत-पाक सीजफायर के बाद ट्रोल हुए विदेश सचिव, समर्थन में उतरे अखिलेश-ओवैसी
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इस घोषणा की मुखर आवाज रहे विदेश सचिव विक्रम मिस्री को सोशल मीडिया पर ट्रोल किया जाने लगा। यहां तक कि उनकी पत्नि और बेटी को भी निशाना बनाया जा रहा है।

नई दिल्ली। भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव के बाद अचानक 10 मई को सीजफायर की घोषणा हुई। जिसके बाद इस घोषणा की मुखर आवाज रहे विदेश सचिव विक्रम मिस्री को सोशल मीडिया पर ट्रोल किया जाने लगा। यहां तक कि उनकी पत्नि और बेटी को भी निशाना बनाया जा रहा है। इस ट्रोलिंग से परेशान होकर मिस्री ने अपने एक्स अकाउंट को लॉक कर दिया। सोशल मीडिया पर बढ़ती ट्रोलिंग को देखते हुए अब कई लोगों के साथ-साथ दिग्गज नेता और पूर्व अधिकारी भी मिस्री के समर्थन में सामने आए हैं।

अखिलेश यादव ने किया विदेश सचिव का समर्थन

अखिलेश ने विदेश सचिव को ट्रोल किए जाने के खिलाफ एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, “निर्णय तो सरकार का होता है, किसी अधिकारी का नहीं। ये बेहद संवेदनशील, निंदनीय, शर्मनाक, आपत्तिजनक और दुर्भाग्यपूर्ण बात है कि देश के एक बहुत बड़े अधिकारी और उसके परिवार के खिलाफ कुछ असामाजिक-आपराधिक तत्व सरेआम अपशब्दों की सारी सीमाएं तोड़ रहे हैं।”

उन्होंने आगे लिखा, “उनके मान-सम्मान की रक्षा के लिए न तो भाजपा सरकार, न ही उनका कोई मंत्री सामने आकर ऐसी अवांछित पोस्ट करने वालों के खिलाफ किसी कार्रवाई की बात कर रहा है। ऐसी पोस्ट और बयानों से, दिन-रात एक करके देश के लिए समर्पित रहनेवाले सत्यनिष्ठ अधिकारियों का मनोबल टूटता है। कहीं ऐसा तो नहीं कि भाजपा सरकार अपनी नाकामी और नाकामयाबी के लिए किसी और की ओर ध्यान भटकाकर खुद बचना चाह रही हो।”

ओवैसी ने भी किया समर्थन

एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने भी विक्रम मिस्री का समर्थन किया। उन्होंने एक्स पर लिखा, “विक्रम मिसरी एक सभ्य और ईमानदार मेहनती राजनयिक हैं, जो हमारे राष्ट्र के लिए अथक परिश्रम कर रहे हैं। हमारे सिविल सेवक कार्यपालिका के अधीन काम करते हैं, यह याद रखना चाहिए और उन्हें कार्यपालिका या वतन ए अजीज चलाने वाले किसी भी राजनीतिक नेतृत्व द्वारा लिए गए निर्णयों के लिए दोषी नहीं ठहराया जाना चाहिए।”

पूर्व विदेश सचिव ने कही ये बात

इसके अलावा पूर्व विदेश सचिव निरुपमा राव ने भी सोशल मीडिया पर मिस्री के विरोध में हो रहे ट्रोलिंग को शर्मनाक बताया। उन्होंने कहा कि विक्रम मिस्री और उनके परिवार को निशाना बनाना सभी मर्यादाओं को लांघना है। वो एक समर्पित और पेशेवर अधिकारी हैं जिन्होंने देश की सेवा पूरी ईमानदारी से की है। उनकी बेटी की निजी जानकारी सोशल मीडिया पर साझा करना और उनके परिवार को गालियां देना बहुत ही गलत और खतरनाक चलन है।

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