वाराणसी की संकरी गलियां और घनी आबादी के कारण यहां मेट्रो या बड़ा फ्लाईओवर बनाना संभव नहीं था। इसलिए प्रधानमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट के तहत रोप-वे को सबसे बेहतर और सुरक्षित विकल्प चुना गया।