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स्वाद में कड़वा पर सेहत से भरपूर करेला, जानें फायदे और गुण

Aryan
17 May 2025 8:00 AM IST
स्वाद में कड़वा पर सेहत से भरपूर करेला, जानें फायदे और गुण
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नई दिल्ली। करेला इसे मोमोर्डिका चारेंटिया भी कहा जाता है। यह विभिन्न प्रकार के विटामिन और खनिजों का एक अच्छा स्रोत है। यह एक ऐसी सब्जी है जिसका छिलका हरा होता है, मांस सफेद से पारदर्शी होता है और इसका स्वाद इसके नाम से मेल खाता है। इसके भरकर और तलने के बाद स्वादिष्ट व्यंजन बनाए जाते हैं। हर कोई इस सब्जी को पसंद नहीं करता है, क्योकि यह स्वाद में कड़वा होता है। करेले की सब्जी के कई फायदे हैं।

करेले पोषण से भरपूर

हमारे स्वास्थ्य के लिए करेला खाने के फायदे बहुत हैं, जो बीमारी को दूर करने के साथ कई महत्वपूर्ण पोषक तत्व भी प्रदान करते हैं। विटामिन ए, विटामिन सी, कैल्शियम, आयरन, थियामिन (बी1), राइबोफ्लेविन (बी2),नियासिन (बी3)फोलेट (बी9), पोटैशियम, जिंक, फास्फोरस,मैगनीशियम आदि शामिल है।

करेले के स्वास्थ्य लाभ

रक्त शर्करा नियंत्रण- करेला में मौजूद तत्व इंसुलिन की तरह काम करते हैं, जिससे रक्त शर्करा का स्तर नियंत्रित रहता है और यह डायबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद है।

वजन कम करने में मदद- करेला कम कैलोरी वाला और उच्च फाइबर वाला होता है, जिससे यह वजन कम करने में मदद करता है। यह भूख को कम करता है और पाचन को बेहतर बनाता है।

पाचन में सुधार- करेला पाचन तंत्र को मजबूत करता है और अपच, कब्ज और पेट के कीड़ों की समस्या से राहत दिलाता है।

शरीर को डिटॉक्स करने में मदद- करेला शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है, जिससे लिवर और खून साफ होते हैं।

त्वचा और बालों के लिए फायदेमंद- करेले में विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो त्वचा को स्वस्थ और चमकदार बनाते हैं और बालों के झड़ने की समस्या को कम करते हैं।

गले की सूजन में करेला का प्रयोग- गले की सूजन की परेशानी में सूखे करेला को सिरके में पीस लें। इसे गर्म करके लेप करें। इससे गले की सूजन ठीक हो जाती है।

हैजा में फायदेमंद करेला का प्रयोग- हैजा में भी करेले से फायदा होता है। 20-30 मिली करेला के जड़ का काढ़ा बना लें। इसे तिल के तेल में मिलाकर पीने से हैजा में लाभ होता है। 5 मिली करेला के पत्ते के रस में तेल मिलाकर सेवन करने से भी हैजा में लाभ होता है।

बवासीर में राहत- करेला एक शक्तिशाली सूजन रोधी है और बवासीर की कष्टदायी स्थिति के लिए लोशन के रूप में अच्छी तरह से काम करता है। करेले के पौधे की जड़ से बने पेस्ट का बाहरी उपयोग सूजन को कम करने, दर्द को कम करने और रक्तस्राव को रोकने में मदद करता है। इसके अलावा, करेले का जूस पीने से बवासीर से तुरंत राहत मिलती है।

करेले में कौन से गुण होते हैं?

करेले के कई तरह के गुण होते हैं। जैसे-

- यह एक एंटीऑक्सीडेंट हो सकता है।

- इसमें हाइपोग्लाइकेमिक (रक्त शर्करा के स्तर को कम करने वाली) एक्टिविटी हो सकती है।

- इसमें एंटी-बैक्टीरियल गुण हो सकता है।

- इसमें एंटी-वायरल गुण हो सकता है।

- इसमें कैंसर रोधी क्षमता हो सकती है।

- इसका डायरिया-रोधी प्रभाव हो सकता है।

करेले के नुकसान

- लो ब्लडशुगर लेवल से पीड़ित रोगियों, एवं बच्चों को इसका सेवन नहीं करना चाहिए।

- करेला के बीज में कुछ

नुकसानदेह पदार्थ भी होते हैं, जिससे गर्भपात होने की संभावना रहती है।

- बहुत अधिक मात्रा में करेला का सेवन करने से पेट में दर्द, और दस्त की समस्या हो सकती है। अगर ऐसी परेशानी हो रही हो तो चावल और घी खिलाना अच्छा होता है।

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