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भारत सरकार ऐसे सभी प्रोडक्ट्स पर बैन लगाएगी जिसमें पारा (Mercury) पाया जाता है, जानें क्या होता है पारा ?

नई दिल्ली। आज के जमाने में शायद ही कोई लड़की या महिला हो जिसके बैग में मेकअप प्रोडक्ट्स ना मिले। शहरों में रहने वाली 80 % लड़कियां या महिलाएं सौंदर्य उत्पादों का इस्तेमाल करती हैं। लड़कियां फाउंडेशन,लिपस्टिक,मस्कारा इत्यादि लगाती हैं। क्या आपने कभी इसके इस्तेमाल करने से पहले गौर किया है, कि ये आपके चेहरे के लिए नुकसानदायक भी हो सकते हैं? अगर नहीं तो ध्यान दीजिए हो सकता है नुकसान, क्योंकि इसमें पारा पाया जाता है।
त्वचा को गोरा करने वाली क्रीम हानिकारक
गौरतलब है अब भारत सरकार इस खतरे को रोकने के लिए कदम उठा रही है, भारत सरकार ऐसे सभी प्रोडक्ट्स पर बैन लगाने जा रही है, जिसमें पारा (Mercury) पाया जाता है।
पारा सबसे ज़्यादा त्वचा को गोरा करने वाली क्रीम या बुढ़ापे से बचाने वाले उत्पादों में पाया जाता है।
मर्करी बेस्ड मेकअप प्रोडक्ट्स पर लगेगा बैन
भारत सरकार अब ऐसे कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स पर बैन लगाने के बारे में सोच रही है, जिनमें मर्करी (Mercury) होता है। मर्करी बेस्ड मेकअप
किसी भी मेकअप प्रोडक्ट में मर्करी जैसी कोई खतरनाक चीज हो, तो वो आपकी स्किन और हेल्थ के लिए जहरीली साबित हो सकती है।
सूत्रों की मानें तो एक महिला सौंदर्य उत्पादों में पाए जाने वाले पारे की उच्च मात्रा के कारण अंधी हो गई थी। क्या सौंदर्य प्रसाधन वास्तव में स्थायी दृष्टि हानि का कारण बन सकते हैं?
आइए देखते हैं विशेषज्ञ क्या कहते हैं ।
नेत्र रोग विशेषज्ञ
मेडिसिन में नेत्र रोग विशेषज्ञ के अनुसार यह संभव है कि पारे की अधिक मात्रा से आंखों को नुकसान सहित कई तरह की स्वास्थ्य संबंधी कठिनाइयां आ सकती हैं। जबकि आम लोगों को पारा विषाक्तता होने की संभावना नहीं होती, लेकिन अनियमित सौंदर्य प्रसाधनों में कभी-कभी यह विष होता है। लेकिन कई बार बताना मुश्किल हो सकता है कि कौन से उत्पाद वास्तव में सुरक्षित
हैं। इसके लिए सही से लेबल को देखना जरूरी है ।
पारा विषाक्तता से हो सकता है स्वास्थ्य प्रभावित
पारा सांस के जरिए शरीर में प्रवेश कर सकता है या त्वचा के माध्यम से भी अवशोषित हो सकता है, और किसी व्यक्ति के रक्त प्रवाह में जाकर शरीर के कई क्षेत्रों को प्रभावित कर सकता है। सौंदर्य प्रसाधन एक अनियमित उद्योग है, इसलिए इसका अध्ययन और मात्रा निर्धारित करना मुश्किल हो सकता है। लेकिन हम जानते हैं कि पारे का उच्च स्तर शरीर के लिए अच्छा नहीं है, जितना अधिक समय पारे के संपर्क में बिताया जाता है और विषाक्त पदार्थों की मात्रा जितनी अधिक होगी, व्यक्ति को स्वास्थ्य संबंधी जोखिम उतना ही अधिक होता है।
हलांकि FDA (Food And Drug Administration ) छोटी खुराक में पारे के सुरक्षित उपयोग के लिए सजग रहता है , लेकिन सौंदर्य प्रसाधन एक अनियमित उद्योग है। इसके बिक्री के लिए अनुमति की लेने की आवश्यकता नहीं होती है ।