एनजीटी ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर विशेष योग सत्र, न्यायमूर्ति श्रीवास्तव ने कहा- योग केवल व्यायाम का एक रूप नहीं है...
गाजियाबाद। देश-विदेश में आज योग दिवस मनाया जा रहा है। ऐसे में राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) द्वारा भी प्रधान न्यायपीठ में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2025 के अवसर पर विशेष योग सत्र आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम का नेतृत्व एनजीटी के अध्यक्ष न्यायमूर्ति श्री प्रकाश श्रीवास्तव द्वारा अधिकरण के अन्य सम्मानित सदस्यों की गरिमामयी उपस्थिति में किया गया। जहां सभी ने ना सिर्फ योग किया, बल्कि इसके बारे में भी बयाया गया।
एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के लिए योग...
बता दें कि यह आयोजन इस वर्ष के योग दिवस के वैश्विक विषय - "एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के लिए योग" के अनुरूप किया गया, जिसमें आंतरिक कल्याण को बढ़ावा देने और समाज में सामूहिक सद्भाव को बढ़ावा देने में योग की भूमिका पर बल दिया गया।
शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य दोनों के लिए योग जरूरी
इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए न्यायमूर्ति श्रीवास्तव ने शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य दोनों के लिए योग के समग्र लाभों पर बात की। उन्होंने कहा कि, "योग केवल व्यायाम का एक रूप नहीं है, बल्कि जीवन जीने का एक ऐसा माध्यम है जो अनुशासन, सद्भाव और मन की शांति प्रदान करता है। ये मूल्य व्यक्तिगत कल्याण और पर्यावरण चेतना दोनों के लिए आवश्यक हैं।" कार्यक्रम का शुभारंभ योग्य प्रशिक्षकों के मार्गदर्शन में आयोजित योग और ध्यान सत्र से हुआ, जिसमें आसन (मुद्राएं), प्राणायाम (श्वास तकनीक), ध्यान इत्यादि का अभ्यास कराया गया। प्रतिभागियों ने इस पहल की सराहना की, जिसने आज की तेज-रफ्तार दुनिया में स्वास्थ्य, संतुलन और सचेत जीवन जीने के महत्व की याद दिलाई।