दिल्ली-हावड़ा रूट पर कल होगा स्पीड ट्रायल, सब ठीक रहा तो 160 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से दौड़ेंगी ट्रेनें, जानें पूरा मामला
रेलवे ने अगले साल के मार्च तक 160 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार का लक्ष्य रखा है।;
नई दिल्ली। भारतीय रेलवे अपने नए मिशन के तहत दिल्ली-हावड़ा रेल मार्ग पर ट्रेनों की रफ्तार को बढ़ाने की तैयारी जुट गई है। इस रूट पर शीघ्र ही ट्रेनें 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ेंगी। बता दें कि पहला ट्रायल कल यानी 11 अक्टूबर को चिपियाना बुजुर्ग से टुंडला के बीच 190 किलोमीटर के हिस्से में होगा। इस ट्रायल में सफलता मिल जाने पर, नई दिल्ली से टुंडला तक का यह हिस्सा देश का पहला रेलखंड बन जाएगा, जिस पर तेज गति से ट्रेनें चलेंगी। इस ट्रायल के बाद टुंडला-कानपुर, कानपुर-प्रयागराज और प्रयागराज-पंडित दीन दयाल उपाध्याय के बीच भी ट्रायल किया जाएगा।
रेलवे इस मिशन की रफ्तार के लिए खर्च कर रही है 6974.50 करोड़ रुपये
दरअसल दिल्ली-हावड़ा रूट देश के सबसे व्यस्त मार्गों में से एक है। इस रूट की लंबाई 1433 किलोमीटर है। बता दें कि इस मिशन की रफ्तार के लिए रेलवे 6974.50 करोड़ रुपये खर्च कर रही है। वर्तमान में इस रूट पर सभी ट्रेनें 90 से 130 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से चल रही हैं। लेकिन रेलवे ने अगले साल के मार्च तक 160 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार का लक्ष्य रखा है।
ऑटोमेटिक होगा सिग्नलिंग सिस्टम
इस प्रोजेक्ट में सबसे खास है कि ऑटोमेटिक सिग्नलिंग सिस्टम होना। जो कि गाजियाबाद से डीडीयू तक 760 किलोमीटर में पूरा हो गया है। इस तकनीक से कई ट्रेनों को एक साथ तेज गति और सुरक्षा में सहायता मिलती है। इससे मानवीय गलतियां होने की संभावना कम हो जाती है। इसके साथ ही इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिन्ग, इंटीग्रेटेड पावर सप्लाई, डेटा लॉगर, ड्यूल एक्सल काउंटर, ऑटो रीसेट सिस्टम और अर्थ लीकेज डिटेक्टर जैसी आधुनिक उपकरण भी लगाए जा रहे हैं।