इंसानी हिम्मत की मिसाल, डर के बावजूद जज्बा जीता! 54 घंटे तक सांपों, मच्छरों और ठंडे पानी में फंसी रही महिला, फिर हुआ चमत्कार
डॉक्टरों ने बताया कि दो पसलियां टूट गईं, माइल्ड प्न्यूमोथोरैक्स (फेफड़े में हवा) हुआ, लेकिन स्नेक बाइट्स से कोई सीरियस हार्म नहीं। 1 घंटे के ऑपरेशन में वो सेफ आ गई, और अब स्टेबल है।;
नई दिल्ली। चीन से एक इंसानी हिम्मत की मिसालभरी खबर सामने आई है। जहां डर के बावजूद जज्बा जीता। परिवार का दृढ़संकल्प और साथ ने मौत को भी मात दे दी। बता दें कि फुजियान प्रांत के क्वांझोउ में एक चीनी महिला जंगल में वॉक पर थी, जब अचानक घास में छिपे पुराने कुएं में गिर गई, और 54 घंटे तक सांपों, मच्छरों और ठंडे पानी से जूझती रही।
54 घंटे तक सांपों, मच्छरों और ठंडे पानी से जूझती रही महिला
बता दें कि फुजियान प्रांत के क्वांझोउ में 13 सितंबर को 48 साल की चीनी महिला किन जंगल में वॉक पर थी, जब अचानक घास में छिपे पुराने कुएं में गिर गई, और 54 घंटे तक सांपों, मच्छरों और ठंडे पानी से जूझती रही। परिवार ने अगले दिन मिसिंग रिपोर्ट की, और 15 सितंबर को जिनजियांग रुइटोंग ब्लू स्काई इमरजेंसी रेस्क्यू सेंटर की 10 सदस्य टीम ने थर्मल इमेजिंग ड्रोन से उसे लोकेट किया। कुएं का पानी जमीन से 10 मीटर नीचे था, और किन ने तैराकी का स्किल यूज करके दीवार के पत्थर पकड़ लिए, लेकिन हाथ फिसलते रहे।
रेस्क्यू टीम ने कर दिया कमाल
जानकारी के मुताबिक 15 सितंबर को रेस्क्यू टीम ने वेजिटेशन क्लियर किया और थर्मल ड्रोन से किन को स्पॉट किया, जो पानी में डूबी दीवार पकड़े थी। टीम ने रस्सी और ह्यूमन चेन बनाकर उसे बाहर खींचा, और तुरंत जिनजियांग सिटी हॉस्पिटल ले गए, फिर क्वांझोउ फर्स्ट हॉस्पिटल ट्रांसफर किया।