पिता की मौत के बाद मां ने कर ली दूसरी शादी, युवा CA को अकेलापन पड़ा भारी! सुसाइड का ऐसा तरीका दिल्ली में पहले किसी ने नहीं चुना था

सुसाइड नोट में धीरज ने लिखा-प्लीज मेरी मौत पर दुखी मत होना। मेरे लिए, मौत मेरे जीवन का सबसे खूबसूरत हिस्सा है। आत्महत्या करना बुरा नहीं है।;

Update: 2025-07-29 08:17 GMT

नई दिल्ली। देश की राजधानी से पहली बार हीलियम गैस से खुदकुशी करने का पहला मामला सामने आया है। दरअसल पॉश इलाके गोल मार्केट में एक होटल में चार्टेड एकाउंटेंट (सीए) ने शरीर के अंदर हीलियम गैस लेकर खुदकुशी कर ली। मृतक ने हीलियम गैस के सिलिंडर से पाइप मुंह में डाला हुआ था। सूचना मिलने पर नई दिल्ली जिले की बाराखंभा थाना पुलिस ने सिलिंडर व पाइप के साथ म़ृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए लेडी हार्डिग अस्पताल में रखवा दिया है।

25 साल की उम्र में ही अकेलेपन की जिंदगी का शिकार

पेशे से चार्टर्ड अकाउंटेंट धीरज कंसल महज 25 साल की उम्र में ही अकेलेपन की जिंदगी का शिकार हो गया। जिसके कारण उसे मौत ही खूबसूरत लगने लगी।

दरवाजा तोड़कर अंदर पहुंची थी क्राइम टीम

बता दें कि गेस्ट हाउस मालिक ने बताया कि धीरज को सोमवार को कमरा छोड़ना था। क्राइम टीम, एफएसएल और फायर ब्रिगेड को बुलाया गया। पुलिस एफएसएल व दमकल की मदद से तीन प्रवेश द्वारों में से एक को तोड़कर अंदर पहुंची। बिस्तर पर पीठ के बल धीरज का शव पड़ा था।

मृतक ने ऐसे लगाया था सिलिंडर

मृतक धीरज ने एक मास्क पहना हुआ था जो पतली नीली पाइप के माध्यम से एक वाल्व और मीटर वाले सिलेंडर से जुड़ा हुआ था। उसके चेहरे पर एक पतली पारदर्शी प्लास्टिक लिपटी हुई थी और गर्दन पर सील थी। हरियाणा का धीरज हीलियम गैस के सिलिंडर से जुड़े पाइप को मुंह में डाले हुए बिस्तर पर पड़ा था। धीरज महिपालपुर में पीजी में रहता था।

किसी को दोषी नहीं ठहराया जाए...

जानकारी के मुताबिक पुलिस को उसेक हाथ से एक सुसाइड नोट मिला था। जिसमें लिखा था कि कि मैं चला जाऊंगा और इसके लिए किसी को दोषी नहीं ठहराया जाए। मृतक के शव को सिलेंडर, मास्क और प्लास्टिक बैग के साथ पोस्टमार्टम और मौत के कारणों का पता लगाने के लिए अस्पताल ले जाया गया है।

मेरी मौत पर दुखी मत होना...

बता दें कि सुसाइड नोट में धीरज ने लिखा-प्लीज मेरी मौत पर दुखी मत होना। मेरे लिए, मौत मेरे जीवन का सबसे खूबसूरत हिस्सा है। आत्महत्या करना बुरा नहीं है, क्योंकि मुझ पर किसी की जिम्मेदारी नहीं थी और मैं किसी से बहुत जुड़ा हुआ नहीं था, न ही कोई मुझसे था। मेरी वजह से कोई अवसाद में नहीं जाएगा।

घर में कोई नहीं है

बाराखंभा थाना पुलिस को जांच में पता चला कि मृतक धीरज के पिता की 2003 में मृत्यु हो गई थी और मां ने पिता की मौत के बाद किसी और से शादी कर ली थी। उसका कोई भाई-बहन नहीं है। वह फिलहाल में पीजी में रह रहा था और पेशे से सीए है। उसके चाचा और चचेरे भाई आ गए थे।

हीलियम से बिना तड़पे हो जाती है मौत

दरअसल आत्महत्या के एक तरीके के रूप में हीलियम से सांस लेना दुर्लभ है। ये खुदकुशी करने का बहुत ही घातक तरीका है। हीलियम, एक निष्क्रिय गैस, फेफड़ों में ऑक्सीजन को विस्थापित (दम घुटने लग जाता है) कर देती है, जिससे बिना किसी संघर्ष या आघात के दम घुटने की स्थिति पैदा हो जाती है।

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