अखिलेश यादव का दीपोत्सव पर हमला-व्यंग: “दियों-मोमबत्तियों पर इतना खर्च क्यों?”
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा दियों-मोमबत्तियों और सजावट पर किए जा रहे खर्च की तुलना में भूमि-विकास और आम जन के मुद्दों पर ध्यान कम दिया जा रहा है।;
अखिलेश यादव, जनपद उत्तर-प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ने इस साल के दीपोत्सव-/ दिवाली समारोह को लेकर किया गया “भव्य” आयोजन-खर्च पर तीखा सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा दियों-मोमबत्तियों और सजावट पर किए जा रहे खर्च की तुलना में भूमि-विकास और आम जन के मुद्दों पर ध्यान कम दिया जा रहा है।
अखिलेश ने विशेष रूप से अयोध्या में हो रही दीवाली-सुशोभा-योजनाओं को ध्यान में रखते हुए कहा: “हम क्रिसमस से सीख लें — जहाँ सीमित संसाधनों में सादगी से त्योहार मनाया जाता है। लेकिन हमारे यहाँ… दियों-मोमबत्तियों पर इतना खर्च क्यों?”
इसके बाद उन्होंने भाजपा-शासी सरकार पर कटाक्ष किया कि दिखावे की कार्यक्रमों में धन खर्च हो रहा है, लेकिन जमीनी विकास और जनता की समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया जा रहा।
उन्होंने एक अन्य टिप्पणी में कहा कि यदि विभाग-उद्योग और ऊर्जा-सेवा में काम नहीं हुआ है, तो उससे बेहतर होता कि त्योहार सरलता से मनाया जाए।
इस बयान के बाद राजनीतिक हल-चल तेज हो गई है — कुछ ने इसे चुटकी के रूप में लिया है तो कुछ ने इसे प्रशासन-पर जवाबदेही का आह्वान माना है।