संसद में महाबहस! बोले अखिलेश-ऐसी रणनीतियां क्यों नहीं बनाते कि सीमाएं सदा सुरक्षित रहे...

अखिलेश यादव ने केंद्र सरकार को घेरते हुए कहा कि सीजफायर के बाद भी ड्रोन आ रहे थे, सरकार को यह भी स्वीकार करना पड़ेगा।;

Update: 2025-07-29 09:07 GMT

नई दिल्ली। ऑपरेशन सिंदूर पर लोकसभा में चर्चा में शामिल होते हुए अखिलेश यादव ने केंद्र सरकार को घेरते हुए कहा कि सीजफायर के बाद भी ड्रोन आ रहे थे, सरकार को यह भी स्वीकार करना पड़ेगा। सरकार ने किसके दबाव में सीजफायर किया?' वहीं उन्होंने कहा कि इधर, आजादी के अमृतकाल का ढिंढोरा पीटा जा रहा है। उधर, हमारी इंटेग्रिटी को चुनौती दी जा रही है। देश की विदेश नीति पूरी तरह से फेल है। दुनिया की साहसी फौजों में भारतीय सेना की गिनती होती है। सेना के अदम्य ताकत पर हमें गर्व है। लेकिन ऐसी रणनीतियां क्यों नहीं बनाते कि सीमाएं सदा सुरक्षित रहे।

हम पाकिस्तान को पाठ पढ़ा सकते थे

अखिलेश यादव ने कहा कि सबसे बड़ा सवाल यह है कि सुरक्षा चूक की जिम्मेदारी कौन लेगा? पहलगाम में कोई बचाने वाला क्यों नहीं था? जो सरकार दावा करती है कि जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के बाद कोई आतंकवादी घटना नहीं होगी। ऑपरेशन सिंदूर और पहलगाम की घटना में किसी भी देश ने हमारा साथ नहीं दिया है। ये हमारी विदेश नीति का संकट काल है। हमारे पड़ोसी देश या तो अतिक्रमण कर रहे हैं या हमारे साथ नहीं खड़े हैं। सेना ने जब अपना ऑपरेशन शुरू किया तो उसने न सिर्फ पाकिस्तानी ठिकानों पर निशाना साधा, तबाह कर दिया। साथ ही उसके एयरवेज तक पहुंच गई। उन्होंने यह भी कहा कि हम पाकिस्तान को पाठ पढ़ा सकते थे।

हमें पूरी एयरफोर्स पर गर्व है

अखिलेश यादव यादव ने लोकसभा में कहा कि आखिरकार पुलवामा में जो गाड़ी में विस्फोट हुआ वो क्यों नहीं पकड़ी गई। बीजेपी चाहे तो सैटेलाइट इमेज से जान सकती है। राजनीतिक लाभ कांग्रेस और हमसे उठाने की कोशिश की गई। इस दौरान अखिलेश यादव ने अपने कार्यकाल में बने हाईवे की तारीफ की। उन्होंने कहा कि सबसे पहले समाजवादी पार्टी ने सड़कों पर एयरक्राफ्ट उतरवाने का काम करवाया था। हम युद्ध नहीं चाहते हैं, लेकिन सीमा पर शांति रहे। जिन एयरक्राफ्ट की नींबू और मिर्च लगाकर पूजा की गई थी, वो कितने उड़े थे। हमें पूरी एयरफोर्स पर गर्व है।

चीन समय-समय पर हमारी जमीन छीन रहा है

अखिलेश यादव ने कहा कि चीन समय-समय पर हमारी जमीन छीन रहा है और वह हमारा बाजार भी छीनने की कोशिश कर रहा है। अगर हमें पाकिस्तान से खतरा है तो चीन राक्षस है। ये पता लगाना चाहिए कि पाकिस्तान की मदद कौनसा देश कर रहा है। हमें चीन से उतना ही खतरा है, जितना की आतंकवाद से। सबसे बड़ा सवाल यह है कि सुरक्षा चूक की जिम्मेदारी कौन लेगा? जो सरकार दावा करती है कि जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के बाद कोई आतंकवादी घटना नहीं होगी। कुछ लोग कहते थे कि हमें छह महीने का मौका मिल जाए तो पीओके पर कब्जा कर लेंगे। मैं ये पूछना चाहता हूं कि सीजफायर क्यों करना पड़ा।

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