बेंगलुरु भगदड़ को लेकर बड़ा खुलासा! पुलिस ने आरसीबी से प्रोग्राम स्थगित करने का किया था अनुरोध, आखिर क्यों फिर उसी दिन हुआ विजय समारोह
हमने उन्हें सलाह दी थी कि ये प्रोग्राम रविवार को आयोजित किया जाए, जब फैंस की भावनाएं थोड़ी शांत हो जाएगी।;
बेंगलुरु। RCB की टीम 18 साल IPL आईपीएल का अपना पहला खिताब जीता था। जिसके बाद बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम में जीत का जश्न रखा गया। लेकिन जीत का जश्न कई परिवारों के लिए मातम में बदल गया। कप्तान रजत पाटीदार, विराट कोहली समेत टीम के प्लेयर्स ट्रॉफी लेकर बेंगलुरु पहुंचे। जहां 4 जून की शाम को एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में आनन-फानन में जश्न का आयोजन कर दिया गया. अव्यवस्थित तरीके से हुए इस आयोजन के दौरान स्टेडियम के बाहर भगदड़ मच गई, जिसमें कम से कम 11 लोग मारे गए। अब इसमें एक बड़ा खुलासा हुआ है, दरअसल पुलिस ने आरसीबी मैनेजमेंट से आयोजन को स्थगित करने का अनुरोध किया था।
पुलिस ने आरसीबी मैनेजमेंट से किया था अनुरोध
आरसीबी ने IPL में पहली बार खिताब अपने नाम किया था। जिसके बाद बेंगलूरु में एक विक्ट्री परेड निकलने की बात सामने आई थी। जिसके चलते सुबह से ही सड़कों पर भीड़ उमड़ने लगी, इस बीच पुलिस ने विक्ट्री परेड की परमिशन नहीं दी और ये विक्ट्री परेड कैंसिल हो गई। ऐसे में एक बड़ा खुलासा यह हुआ है कि पुलिस ने एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में हुए उस जश्न को भी स्थगित करने का अनुरोध किया था। उनका मानना था कि अभी फैंस में बहुत उत्साह है, क्योंकि कल ही टीम ने ट्रॉफी जीती है। पुलिस चाहती थी कि आरसीबी ये प्रोग्राम रविवार को आयोजित करे।
आरसीबी ने दिया था तर्क
दरअसल जब पुलिस द्वारा विक्ट्री परेड को रविवार को आयोजित करने के लिए कहा गया तब आरसीबी ने तर्क दिया कि तब तक उनकी टीम के विदेशी प्लेयर्स अपने वतन लेकर लौट जाएंगे। स्वाभाविक रूप से सरकार भी इसका फायदा उठाना चाहेगी। अगर सरकार मना कर देती तो भी अराजकता पैदा हो जाती।
हमने सरकार के साथ आरसीबी फ्रेंचाइजी को भी समझाने की कोशिश की थी...
रिपोर्ट में एक पुलिस अधिकारी के हवाले से कहा गया, "हमने सरकार के साथ आरसीबी फ्रेंचाइजी को भी समझाने की कोशिश की थी कि इस आयोजन को टाला जाए। हमने उन्हें सलाह दी थी कि ये प्रोग्राम रविवार को आयोजित किया जाए, जब फैंस की भावनाएं थोड़ी शांत हो जाएगी। हमने उनसे ये भी कहा कि कोई जुलूस न निकालकर एक जगह पर व्यवस्थित तरीके से इस प्रोग्राम का आयोजन किया जाए। खिलाड़ियों को स्टेडियम में लाए और वहीं पर पूरा प्रोग्राम किया जाए।"