भारी बारिश से चंडीगढ़-शिमला NH-5 बंद, सोलन जिले के सनवारा में भूस्खलन से यातायात ठप
इनमें प्रमुख चंडीगढ़-शिमला NH-5 भी शामिल है, जो सोलन जिले के सनवारा (कसौली तहसील) में भूस्खलन के कारण बाधित हो गया।;
हिमाचल प्रदेश में लगातार हो रही भारी बारिश ने मंगलवार को आम जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त कर दिया। राज्य में 1,311 सड़कें और छह राष्ट्रीय राजमार्ग भूस्खलन की वजह से बंद हो गए हैं। इनमें प्रमुख चंडीगढ़-शिमला NH-5 भी शामिल है, जो सोलन जिले के सनवारा (कसौली तहसील) में भूस्खलन के कारण बाधित हो गया।
हाईवे पर फंसे वाहन, ट्रैफिक डायवर्ट
भूस्खलन के कारण धरमपुर-कसौली सड़क भी खतरे में है। जानकारी के अनुसार, बड़ी संख्या में वाहन दोनों ओर फंसे हुए हैं। प्रशासन ने वाहनों को वैकल्पिक मार्गों से डायवर्ट करना शुरू कर दिया है और बहाली कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है।
अन्य राष्ट्रीय राजमार्ग भी बंद
स्टेट इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर (SEOC) के मुताबिक,
NH-3 (मंडी-धरमपुर मार्ग)
NH-305 (औट-सैंज)
NH-5 (पुराना हिंदुस्तान-तिब्बत मार्ग)
NH-21 (चंडीगढ़-मनाली मार्ग)
NH-505 (खाब से ग्राम्फू)
NH-707 (हाटकोटी से पांवटा साहिब)
भी भूस्खलन और बारिश की वजह से बंद हैं।
ट्रेनों और स्कूलों पर असर
भूस्खलन के चलते शिमला-कालका रेल ट्रैक पर ट्रेनों की सेवा भी सोमवार से स्थगित कर दी गई है, जो अब 5 सितंबर तक बंद रहेगी।
इसी तरह, मंगलवार को शिमला, कांगड़ा, सिरमौर, ऊना, बिलासपुर, चंबा, हमीरपुर, लाहौल-स्पीति और सोलन सहित कुल्लू जिले के कई हिस्सों में सभी शैक्षणिक संस्थान बंद रखे गए।
हजारों ट्रांसफार्मर और जलापूर्ति ठप
बारिश और भूस्खलन के चलते पूरे राज्य में 3,263 पावर ट्रांसफार्मर और 858 जलापूर्ति योजनाएं बाधित हो गई हैं।
मौसम विभाग का रेड अलर्ट
शिमला स्थित मौसम विभाग ने मंगलवार को रेड अलर्ट जारी किया है, जिसमें अलग-अलग क्षेत्रों में अत्यधिक भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। बुधवार के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
मणिमहेश यात्रियों पर संकट
चंबा जिले में करीब 5,000 मणिमहेश यात्री फंसे हुए हैं, जिन्हें निकालने के प्रयास जारी हैं। अब तक 16 यात्रियों की मौत हो चुकी है।
इस मानसून का भारी नुकसान
20 जून से अब तक हिमाचल प्रदेश में:
95 फ्लैश फ्लड्स
45 क्लाउडबर्स्ट
115 बड़े भूस्खलन दर्ज हुए हैं।
बारिश और हादसों में अब तक 327 लोगों की जान गई है और 41 लोग लापता हैं। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, इस मानसून में राज्य को अब तक ₹3,158 करोड़ का नुकसान हुआ है।