नए साल के जश्न पर मौलानाओं में टकराव! सैफ अब्बास ने कहा- नए साल का जश्न इस्लाम में नाजायज नहीं...
मुसलमानों के नया साल मनाने को लेकर नया मुद्दा सामने आया है।;
लखनऊ। पूरे प्रदेश में नए साल के जश्न की तैयारी चल रही है। इसके मद्देनजर पार्क, होटल और पर्यटन स्थलों पर भी खास तैयारी की गई है। लेकिन मुसलमानों के नया साल मनाने को लेकर नया मुद्दा सामने आया है। इसे लेकर मौलावियों के अलग-अलग मत हैं। जानकारी के अनुसार, बरेली के मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी की ओर से नए साल के जश्न को नाजायज करार दिया गया।
नए साल का जश्न इस्लाम में नाजायज नहीं
मौलाना शहाबुद्दीन के इस बयान पर मरकजी शिया चांद कमेटी के अध्यक्ष मौलाना सैफ अब्बास नकवी ने कहा कि इस्लाम ने न ही न्यू ईयर के जश्न मनाने का हुक्म दिया है और न ही इसे मना किया है। इसलिए नए साल के जश्न को नाजायज ठहराना इस्लाम की बुनियादी शिक्षाओं से मेल नहीं खाता है।
इस्लाम में फूहड़पन पर रोक
मौलाना सैफ अब्बास ने कहा कि इस्लाम में फूहड़पन, फिजूलखर्ची और नाच-गाने से हमेशा मना किया गया है, लेकिन नए साल के स्वागत के लिए किसी मजहब को हराम या नाजायज कहना सही नहीं है। उन्होंने मुसलमानों से अपील करते हुए कहा कि नए साल पर खर्च करना चाहते हैं तो गरीबों को कंबल व स्वेटर बांटें।