जातीय जनगणना पर रणनीति बनाने को कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक कल, राहुल को जनगणना को लंबे समय तक खींचने का शक!
देश की आजादी के बाद यह पहली बार होगा कि देश में जातीय जनगणना होगी।;
नई दिल्ली। कांग्रेस कार्यसमिति की शुक्रवार को बैठक होने जा रही है। इस बैठक में सरकार द्वारा जातीय जनगणना कराने के फैसले पर चर्चा होगी। बता दें कि बुधवार को ही केंद्र सरकार ने जातीय जनगणना कराने का ऐलान किया था। जातीय जनगणना, जनसंख्या जनगणना के साथ ही होगी। देश की आजादी के बाद यह पहली बार होगा कि देश में जातीय जनगणना होगी।
शुक्रवार को होगी बैठक
जानकारी के मुताबिक, कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक शुक्रवार शाम चार बजे पार्टी के 24 अकबर रोड स्थित पार्टी मुख्यालय पर होगी। इस बैठक में सरकार के ऐलान के बाद आगे की रणनीति पर चर्चा की जाएगी। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने सरकार द्वारा लिए गए इस फैसले का स्वागत किया। राहुल गांधी ने भाजपा द्वारा 11 साल तक जातीय जनगणना का विरोध करने के बाद अचानक से इसे कराने का ऐलान करने पर हैरानी भी जताई और कहा कि अब उनका जोर इस बात पर है कि सरकार जातीय जनगणना कराने के लिए एक समयसीमा तय करे।
राहुल गांधी ने जताई आशंका
राहुल गांधी ने आशंका जताई कि महिला विधेयक की तरह जातीय जनगणना को भी लंबे समय तक खींचा जा सकता है। यही वजह है कि वे सरकार से एक तय समय बताने की मांग कर रहे हैं। लोकसभा में ये भी कहा था कि कांग्रेस द्वारा सरकार पर जातीय जनगणना के लिए जो दबाव बनाया गया, उसी का नतीजा है कि सरकार जातीय जनगणना के लिए तैयार हुई है।
इस जनगणना को लेकर लंबे समय से मांग उठ रही थी। जिसके चलते कुछ राज्यों जैसे बिहार, तेलंगाना, कर्नाटक जैसे राज्यों में जातीय सर्वे कराए भी गए हैं। बुधवार को सरकार के फैसले की जानकारी देते हुए केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि जनगणना कराना केंद्र सरकार का अधिकार है, लेकिन कुछ राज्य सर्वे के नाम पर अपारदर्शी तरीके से जातीय जनगणना करा रहे हैं, जिससे समाज में भ्रम की स्थिति पैदा हुई है।