विदेश सचिव ने संसदीय समिति को दी ऑपरेशन सिंदूर से लेकर सीजफायर तक की जानकारी, जानें शशि थरूर के नेतृत्व में समिति देर से क्यों होगी रवाना
इस संसदीय स्थायी समिति का नेतृत्व कांग्रेस सांसद शशि थरूर कर रहे हैं।;
नई दिल्ली। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने सोमवार को विदेश मामलों की संसदीय स्थायी समिति को ऑपरेशन सिंदूर और भारत-पाक के बीच हालिया तनाव पर जानकारी दी। यह बैठक पहलगाम आतंकवादी हमले के कारण सीमा पार बढ़े तनाव के मद्देनजर हो रही है।
बता दें कि इस संसदीय समिति का नेतृत्व कांग्रेस सांसद शशि थरूर कर रहे हैं। यह समिति भारतीय सेना के ऑपरेशन सिंदूर के बाद कूटनीतिक, सैन्य और क्षेत्रीय प्रभावों पर ध्यान केंद्रित करेगी।
बैठक में शामिल हैं ये नेता
इस बैठक में समिति के अध्यक्ष शशि थरूर, तृणमूल कांग्रेस के अभिषेक बनर्जी, कांग्रेस के राजीव शुक्ला और दीपेंद्र हुड्डा, एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी और बीजेपी सांसद रविशंकर प्रसाद, सतनाम सिंह, नवीन जिंदल, अपराजिता सारंगी, अरुण गोविल और आरपीएन सिंह शामिल हैं। ये बैठक भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा पहलगाम हमले के जवाब में ऑपरेशन सिंदूर शुरू करने और उसके बाद दोनों देशों के बीच हुए सैन्य संघर्ष को लेकर हो रही है।
शशि थरूर ने कही ये बात
मीडिया से बातचीत के दौरान पाकिस्तान को बेनकाब करने विदेश जाने वाले प्रतिनिधिमंडल में से एक का नेतृत्व कर रहे कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा कि मेरे प्रतिनिधिमंडल की ब्रीफिंग शुक्रवार को ही होगी। इसलिए मैं अभी कुछ नहीं कहूंगा। उन्होंने बताया कि कुछ टीमें पहले ही रवाना हो रही हैं और इसलिए उन्हें कल अपनी बैठक करनी होगी। लेकिन हमारा प्रतिनिधिमंडल थोड़ी देर से रवाना हो रहा है क्योंकि अमेरिका में मेमोरियल डे वीकेंड है और अमेरिका में संसद का सत्र दो जून तक नहीं है। इसलिए वहां बहुत जल्दी पहुंचने का कोई मतलब नहीं है।
शशि थरूर ने आगे बताया कि हम 24 मई को रवाना होंगे। हम पहले गुयाना, पनामा, कोलंबिया, ब्राजील और फिर अंत में अमेरिका जा रहे हैं। आज ऑपरेशन सिंदूर के बारे में विदेश सचिव ब्रीफिंग कर रहे हैं।