तुर्किये सेब पर रोक को लेकर हिमाचल के बागवानों ने PM मोदी को लिखी चिट्ठी- आयात बंद ही रहने दो... जानें तुर्किये को होता है कितना फायदा
अगर रोक लगता है तो इससे हिमाचली बागवानों को बाजार में सेब के अच्छे दाम मिलेंगे।;
शिमला। तुर्किये से भारत में आयात होने वाले सेब पर प्रतिबंध लगने से हिमाचली सेबों को उन्नति मिलेगी। तुर्किये से हर वर्ष भारत में एक लाख टन से ज्यादा सेब का आयात होता है। इससे बाजार में प्रतिस्पर्धा बढ़ती है और हिमाचली सेब के दामों में गिरावट आती है। लेकिन अब भारत सरकार की ओर से तुर्किये के सेब के आयात पर प्रतिबंध लगाया जाता है, तो फिर हिमाचली सेब के लिए बाजार में प्रतिस्पर्धा कम होगी।
हिमाचली बागवानों को फायदा
भारत में तुर्किये के सेब आयात पर अगर रोक लगता है तो इससे हिमाचली बागवानों को बाजार में सेब के अच्छे दाम मिलेंगे। जिससे हिमाचली बागवानों को फायदा होगा और व्यापारिक लाभ भी होगा।
पीएम को चिट्टी लिख रहे बागवान
भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध के दौरान पाकिस्तान की मदद करने के बाद हिमाचल के बागवान लगातार तुर्किये के सेब के आयात को बंद करने की मांग कर रहे है। इस संबंध में हिमाचल के बागवानी संगठनों की ओर से लगातार केंद्र सरकार को पत्र लिखकर तुर्किये के सेब के आयात को बंद करने की मांग की जा रही है।
₹821 करोड़ रुपये के सेब तुर्की से भारत भेजे गए
बता दें कि 2015-16 में 205 टन, 2016-17 में 3,636, 2017-18 में 7,430, 2018-19 में 16,028, 2019-20 में 32,290 टन, 2020-21 में 43,674, 2021-22 में 93,901, 2022-23 में 1,07,220 और 2023-241 में 17,663 टन सेब का आयात तुर्की से हुआ। साथ ही 2021-22 में ₹563 करोड़, 2022-23 में ₹739 करोड़ और 2023-24 में ₹821 करोड़ रुपये सेब तुर्की से भारत भेजे गए थे और तुर्की से सेब आयात लगातार और तीव्र गति से बढ़ता गया है।